अश्वगंधा चूर्ण के फायदे | 10 Amazing Benefits of Ashwagandha Churna.

हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस आर्टिकल में आज हम शारीरिक कमजोरी , मानसिक तनाव , जोड़ों के दर्द आदि की आयुर्वेदिक दवा अश्वगंधा चूर्ण के फायदे बताने जा रहे हैं . आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी .

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे

Table of Contents

अश्वगंधा चूर्ण क्या है ?

अश्वगंधा चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेदिक स्टोर पर पाउडर के रूप में मिलता है . अश्वगंधा एंटी ओक्सिडेंट एवं पोषक तत्त्वों से भरपूर होने के कारण सभी के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है . अश्वगंधा को भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है . अश्वगंधा का प्रयोग प्राचीन काल से ही वात रोगों , दुर्बलता , मानसिक तनाव , अनिद्रा आदि रोगों की चिकित्सा में किया जाता रहा है .

अश्वगंधा एक वृक्ष होता है जिसे विथेनिया सोम्नीफेरा कहा जाता है . अश्वगंधा के अन्य नाम वाजिगंधा , वरहा , बलदा आदि हैं . इसकी जड़ से घोड़े के सामान गंध आने के कारण इसे अश्वगंधा कहा गया है .

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे और नुकसान

शारीरिक कमजोरी , जोड़ों के दर्द , तनाव , अनिद्रा आदि के उपचार में उपयोग किया जाने वाला अश्वगंधा चूर्ण एक अत्यंत उपयोगी और महत्त्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है . आइये जानते हैं अश्वगंधा चूर्ण के फायदे और नुकसान क्या हैं .

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे

अश्वगंधा चूर्ण का आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा विभिन्न रोगों की चिकित्सा हेतुं प्रयोग किया जाता है . आयुर्वेदिक दवा अश्वगंधा चूर्ण के फायदे निम्नलिखित रोगों में प्राप्त होते हैं .

अश्वगंधा चूर्ण के फायदे

अश्वगंधा चूर्ण से शारीरिक कमजोरी में लाभ

अश्वगंधा चूर्ण पोषक तत्त्वों से भरपूर होने के कारण दूध के साथ सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर करता है और हृष्ट पुष्ट बनाता है . ( यह भी पढ़ें – कमजोरी और थकान दूर करने के उपाय )

जोड़ों के दर्द में अश्वगंधा चूर्ण से फायदा

जोड़ों में दर्द होने पर नियमित अश्वगंधा चूर्ण का दूध के साथ सेवन करने से दर्द और सूजन में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – जोड़ों के दर्द की आयुर्वेदिक दवा )

अश्वगंधा चूर्ण से बढ़ती है इम्युनिटी

अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्युनिटी ) को बढाने वाला होता है जिससे रोगों से लड़ने और संक्रमण से बचाव में मदद मिलती है .

अश्वगंधा चूर्ण से मानसिक तनाव में कमी

अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करने से मस्तिष्क को बल मिलता है तथा मानसिक तनाव में कमी होती है .

अश्वगंधा चूर्ण से यौन क्षमता में वृद्धि

अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करने से पुरुषों की यौन क्षमता और प्रजनन शक्ति में इजाफा होता है .

अश्वगंधा चूर्ण डायबिटीज में लाभप्रद

अश्वगंधा ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायता करता है इसलिए अश्वगंधा चूर्ण का सेवन मधुमेह ( डायबिटीज ) रोगियों के लिए लाभदायक होता है . ( यह भी पढ़ें – डायबिटीज के लक्षण और उपाय )

अश्वगंधा चूर्ण कैंसर से बचाव में सहायक

अश्वगंधा में कैंसर रोधी गुण पाये जाने के कारण अश्वगंधा चूर्ण का सेवन कैंसर से बचाव में मदद करता है .

हाई ब्लड प्रेशर में अश्वगंधा चूर्ण के फायदे

मानसिक तनाव के कारण होने वाले उच्च रक्तचाप ( हाई बी पी ) में अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए )

अश्वगंधा चूर्ण हृदय रोगियों के लिए लाभकारी

अश्वगंधा शरीर में कोलेस्ट्रोल का स्तर सही रखने में मदद करता है इसलिए अश्वगंधा चूर्ण का सेवन हृदय रोगियों के लिए लाभदायक होता है .

अनिद्रा में अश्वगंधा चूर्ण के लाभ

अश्वगंधा चूर्ण मानसिक तनाव में कमी करता है , चिडचिडापन दूर करता है तथा मस्तिष्क को रिलैक्स कर अच्छी नींद लाने में मदद करता है . ( यह भी पढ़ें – अनिद्रा के लिए आयुर्वेदिक दवा )

अश्वगंधा चूर्ण के नुकसान

अत्यंत गुणकारी और उपयोगी आयुर्वेदिक दवा अश्वगंधा चूर्ण कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है इसलिए इसका सेवन हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श और निर्देशानुसार ही करना चाहिए . आइये जानते हैं अश्वगंधा चूर्ण के नुकसान किन लोगों को हो सकते हैं .

अश्वगंधा चूर्ण के नुकसान
  • गर्भवती महिलाओं को अश्वगंधा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती .
  • अश्वगंधा चूर्ण के अधिक सेवन से उल्टी या पेट दर्द की शिकायत हो सकती है .
  • अश्वगंधा से एलर्जी होने पर अश्वगंधा चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए .

अश्वगंधा चूर्ण कैसे खाएं ?

अश्वगंधा चूर्ण हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श और दिशा निर्देशानुसार ही करना चाहिए . सामान्यतः अश्वगंधा चूर्ण की सेवन विधि निम्नानुसार है .

मात्रा – 2-5 ग्राम सुबह शाम भोजन से पहले या बाद में .

अनुपान – दूध , पानी .

FAQ

प्रश्न – अश्वगंधा चूर्ण कौन सी बीमारी में काम आता है ?

उत्तर – अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा जोड़ों के दर्द , कमर दर्द , तनाव , अनिद्रा , शारीरिक कमजोरी आदि में किया जाता है .

प्रश्न – क्या डॉक्टर की सलाह के बिना अश्वगंधा ले सकते हैं ?

उत्तर – अश्वगंधा का प्रयोग हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह और निर्देशानुसार ही करना चाहिए .

दोस्तों , इस लेख में हमने आयुर्वेदिक दवा अश्वगंधा चूर्ण के फायदे बताये . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .

अन्य पढ़ें

Leave a comment