हैलो दोस्तों ! आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आपका स्वागत है . हमारा आज का विषय है ” व्यायाम का महत्व ” . आज हम जानेंगे कि व्यायाम क्या है और यह क्यों जरूरी है ?
व्यायाम कब करना चाहिए , किसे करना चाहिए , किसे नहीं करना चाहिए , कौनसा व्यायाम करना चाहिए जैसे प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं . इन सब सवालों का जवाब इस लेख के माध्यम से दिया जा रहा है , आशा है यह सभी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा .
व्यायाम किसे कहते हैं ?
शरीर को सुदृढ़ बनाने और स्वास्थ्य को बढाने के लिए की जाने वाली गतिविधि को व्यायाम कहते हैं . यह सुन्दर दिखने के लिए , मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए , स्वस्थ रहने के लिए , रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए , वजन कम या अधिक करने आदि अन्य कारणों के लिए किया जाता है .
व्यायाम कब करना चाहिए ?
अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि व्यायाम के लिए उपुक्त समय सुबह है या शाम . व्यायाम के लिए कोई निश्चित समय नहीं है यह सुबह , शाम या जब भी समय मिले किया जा सकता है . हाँ इस बात का अवश्य ध्यान देना है कि व्यायाम और भोजन के बीच कम से कम दो घंटों का अंतराल हो . यदि व्यायाम का सही समय तय किया जाए और रोजाना उसी समय किया जाए तो बेहतर परिणाम मिल सकते हैं .
व्यायाम किसे करना चाहिए ?
अक्सर यह समझा जाता है कि व्यायाम युवाओं का काम है और उन्हें ही शोभा देता है जो कि एक मिथ्या धारणा है . व्यायाम के लिए उम्र या लिंग की सीमाएं नहीं हैं . व्यायाम सभी उम्र के पुरुषों और महिलाओं को अपने बल और क्षमता अनुसार करना चाहिए . जो लोग ऐसे पेशे में हैं जहां शारीरिक श्रम बिलकुल नहीं या कम होता है उन्हें व्यायाम की अधिक आवश्यकता है .
कुछ लोगों का यह मानना होता है कि उनके काम में इतना श्रम हो जाता है कि उन्हें अतिरिक्त व्यायाम की जरूरत नहीं है लेकिन अधिकतर कार्यों में सम्पूर्ण शरीर की कसरत नहीं होती है इसलिए जो लोग शारीरिक श्रम करते हैं उन्हें भी व्यायाम करना चाहिए , हाँ इतना अवश्य है कि वे लोग उन लोगों से बेहतर स्थिति में हैं जो बिलकुल भी शारीरिक श्रम नहीं करते . इसी तरह कुछ लोग पैदल चलने को व्यायाम मान लेते हैं जो कि सही नहीं है , बहुत देर तक पैदल चलने से पैरों और ह्रदय की कसरत होती है लेकिन सम्पूर्ण शरीर की नहीं .
हम सब जानते हैं कि सभी खिलाड़ी खेलने के साथ अतिरिक्त व्यायाम भी करते हैं . विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज विराट कोहली अपनी फिटनेस को लेकर जितने सजग हैं और जिम में जिस तरह पसीना बहाते हैं इसका बेहतरीन उदाहरण हैं .
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व्यायाम किसे नहीं करना चाहिए ?
गम्भीर रोग से पीड़ित होने पर चिकित्सक द्वारा सम्पूर्ण विश्राम की सलाह दिए जाने पर व्यायाम नहीं करना चाहिए . गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक की सलाह अनुसार कुछ विशेष व्यायाम ही करने चाहिए , इसी तरह ह्रदय रोगी , जोड़ों के दर्द या अन्य कष्टप्रद व्याधि से पीड़ित रोगी भी चिकित्सक और विशेषज्ञ की राय अनुसार ही व्यायाम करें .
छोटे बच्चों के लिए भी व्यायाम की तुलना में खेल कूद बेहतर है .
व्यायाम का महत्व [ Importance Of Exercise In Hindi ]
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए व्यायाम बेहद जरूरी है और अधिकतर लोग व्यायाम के महत्त्व को स्वीकार करते हैं , व्यायाम हमें स्वस्थ , सुन्दर शरीर प्रदान करने के अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता [ Imunity Power ] बढाने में अहम् भूमिका निभाता है . हाल ही में कोरोना महामारी [ Covid 19 ] के दौरान सभी लोगों ने Imunity के महत्त्व को भली भांति समझा है.
कौनसा व्यायाम करना चाहिए ?
सभी लोगों के लिए उद्देश्य , जरूरत और शारीरिक अवस्था के अनुसार व्यायाम भी अलग अलग होते हैं . मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए या बॉडी बिल्डिंग के लिए अलग , वजन बढाने लिए अलग , वजन कम करने के लिए अलग , कद बढाने के लिए अलग , रोग विशेष के उपचार में सहायता के लिए अलग व्यायाम किया जाता है .
इस तरह अलग अलग कारणों से किये जाने वाले व्यायाम भी कई प्रकार के हो जाते हैं . कुछ सामान्य और कम थकाने वाले तो कुछ कठोर और बहुत थकाने वाले व्यायाम होते हैं . इनमे मशीनों की सहायता से की जाने वाली कठोर बॉडी बिल्डिंग एक्सरसाइज से लेकर बिना उपकरणों की सहायता से की जाने वाली कसरत , योग , आसन, दौड़ना , साइकिलिंग , तैराकी , जोगिंग , खेल कूद आदि विभिन्न प्रकार के व्यायाम खुद की आवश्यकता अनुसार किये जा सकते हैं .
व्यायाम के प्रकार
व्यायाम या कसरत कई प्रकार की होती हैं , मुख्यतया इसके चार प्रकार निम्नानुसार हैं –
- Aerobic Exercise .
- Body building Exercise.
- Aasanas [ आसन ]
- Breathing Exercise [ प्राणायाम ]
रनिंग , जोगिंग , साइक्लिंग , स्विमिंग आदि भी व्यायाम के प्रकार हैं . इसी तरह स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज , वेट लिफ्टिंग , बर्पीज , कार्डियो एक्सरसाइज , लोअर बॉडी एक्सरसाइज , अपर बॉडी एक्सरसाइज आदि कई व्यायाम के प्रकार माने जा सकते हैं किन्तु मुख्यतः ऊपर लिखे हुए चार प्रकार व्यायाम के माने जाते हैं .
व्यायाम के लाभ [ Exercise Ke Fayde ]
- व्यायाम से शरीर स्वस्थ , सुन्दर और सुगठित होता है .
- व्यायाम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है जो बीमारियों का जोखिम कम करती है और बीमार होने पर रोगों से लड़ने में सहायता करती है .
- दुबले पतले शरीर वाले व्यक्ति यदि वजन बढाने वाला व्यायाम करते हैं तो वजन में वृद्धि होती है .
- मोटे लोगों का व्यायाम द्वारा वजन कम किया जा सकता है .
- व्यायाम करने से नींद अच्छी आती है .
- व्यायाम करने से मानसिक तनाव कम होता है .
- व्यायाम करने से भूख अच्छी लगती है और पाचन क्रिया सही रहती है .
- व्यायाम करने से त्वचा सुन्दर होती है .
- व्यायाम करने से शरीर ऊर्जावान और फुर्तीला रहता है .
- कई बीमारियों के इलाज के लिए व्यायाम की सहायता ली जाती है .
व्यायाम करते समय किन बातों का ख़याल रखना चाहिए ?
किसी रोग से ग्रस्त होने पर बिना चिकित्सक की सलाह व्यायाम नहीं करना चाहिए .
शरुआत में बहुत ज्यादा मेहनत न कर थोड़ी थोड़ी कसरत करनी चाहिए , अभ्यास होने पर धीरे धीरे बढाई जानी चाहिए .
व्यायाम अपने बल, उम्र और मौसम के अनुसार करना चाहिए .
थकान होने पर थोड़ा विश्राम जरूर करना चाहिए .
व्यायाम और भोजन के बीच दो घंटों का अंतराल जरूर होना चाहिए .
दोस्तों , आज के लेख में हमने व्यायाम का महत्व समझा . अगले लेख में अन्य उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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