हैलो दोस्तों ! आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आज हम आयुर्वेद औषधि अश्वगंधारिष्ट के फायदे और अश्वगंधारिष्ट की सेवन विधि के बारे में बताने जा रहे हैं . विभिन्न रोगों में काम आने वाली अश्वगंधारिष्ट के औषधीय प्रयोग जानने के लिए हमारे साथ बने रहिये .
अश्वगंधारिष्ट सिरप क्या है ?
अश्वगंधारिष्ट सिरप एक आयुर्वेद औषधि है जिसका मुख्य घटक अश्वगंधा है . अश्वगंधा का प्रयोग प्राचीन काल से मानसिक तनाव , कमजोरी , अनिद्रा , जोड़ों के दर्द आदि में किया जाता रहा है . आयुर्वेद की सभी प्रमुख औषधि निर्माण करने वाली कम्पनियां अश्वगंधारिष्ट बनाती हैं .
अश्वगंधारिष्ट के घटक
अश्वगंधारिष्ट के मुख्य घटक निम्नलिखित हैं –
- अश्वगंधा
- सफ़ेद मूसली
- हरीतकी
- हल्दी
- मंजिष्ठा
- मधुयष्टि
- दारुहरिद्रा
- रास्ना
- विदारी कंद
- अर्जुन
- श्वेत चन्दन
- रक्त चन्दन
- सारिवा मूल
- चित्रक मूल
- धातकी पुष्प
- शुंठी
- मिर्च
- पिप्पली
- इलायची
- दालचीनी
- तेजपत्र
- नागकेसर
- शहद
- जल
अश्वगंधारिष्ट के फायदे
आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा अश्वगंधारिष्ट का प्रयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है . शारीरिक और मानसिक दौर्बल्य के साथ यह वात विकारों आदि में उपयोगी है . आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधारिष्ट के फायदे निम्नलिखित हैं –
शारीरिक कमजोरी दूर करे
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और बल में वृद्धि होती है . ( यह भी पढ़ें – दुबले पतले शरीर का वजन कैसे बढायें )
मानसिक तनाव में लाभप्रद
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से मानसिक तनाव कम होता है और चिडचिडापन से मुक्ति मिलती है .
जोड़ों के दर्द में फायदा
अश्वगंधारिष्ट जोड़ों के दर्द से पीड़ित रोगियों के फायदेमंद है और इसके सेवन से दर्द में कमी होती है . ( यह भी पढ़ें – गठिया को जड़ से खत्म करने का उपाय )
सिर दर्द में अश्वगंधारिष्ट उपयोगी
अक्सर सिर दर्द की शिकायत करने वाले व्यक्तियों को अश्वगंधारिष्ट के सेवन से लाभ होता है .
हृदय को बल प्रदान करती है
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से हृदय की कमजोरी दूर होती है और हृदय को बल मिलता है . ( यह भी पढ़ें – अर्जुनारिष्ट के फायदे )
कोलेस्ट्रोल को करे कंट्रोल
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में रहता है .
इम्युनिटी बढाने में सहायक
अश्वगंधारिष्ट में मौजूद अश्वगंधा व अन्य घटक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने वाले होते हैं . इसलिए अश्वगंधारिष्ट के सेवन से रोगों के संक्रमण की संभावना कम होती है .
मांसपेशियों को मजबूत बनाने में उपयोगी
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से मांसपेशियां मजबूत होती हैं .
पौरुष शक्ति बढाने में उपयोगी
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से पुरुषों की यौन क्षमता में वृद्धि होती है . ( यह भी पढ़ें – अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए )
त्वचा और बालों के लिए लाभदायक
अश्वगंधारिष्ट का सेवन स्किन और बालों की सेहत के लिए लाभप्रद होता है .
शुक्राणुओं की कमी एवं नपुंसकता में लाभ
अश्वगंधारिष्ट के सेवन से पुरुषों के शुक्राणुओं में वृद्धि होती है और नपुंसकता में लाभ होता है .
अश्वगंधारिष्ट की सेवन विधि
अश्वगंधारिष्ट की सेवन विधि निम्नानुसार है –
मात्रा – 15-20 मिली ( भोजन के बाद )
अनुपान – बराबर पानी मिला कर
अश्वगंधारिष्ट के नुकसान
सामान्य व्यक्ति के लिए अश्वगंधारिष्ट रसायन का काम करती है और इसके अनेक स्वास्थ्यवर्धक लाभ हैं किन्तु कुछ व्यक्तियों को कुछ परिस्थितियों में अश्वगंधारिष्ट के सेवन से नुकसान भी हो सकते हैं . इसलिए अश्वगंधारिष्ट के सेवन से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श अवश्य करना चाहिए . निम्नलिखित व्यक्तियों को अश्वगंधारिष्ट के नुकसान हो सकते हैं –
- अश्वगंधारिष्ट में शर्करा होने के कारण डायबिटीज के रोगियों को इसका इस्तेमाल सावधानी से अथवा चिकित्सक की देख रेख में करना चाहिए अन्यथा उनका शुगर का स्तर बढ़ सकता है .
- गर्भवती महिलाओं को अश्वगंधारिष्ट के सेवन से बचना चाहिए .
- एसिडिटी के रोगियों को अश्वगंधारिष्ट के अधिक सेवन से समस्या बढ़ सकती है .
- अश्वगंधारिष्ट में प्रयुक्त घटकों में से किसी घटक से एलर्जी होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
- गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्ति जो अन्य दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें इसका सेवन करने से पूर्व अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए .
FAQ
प्रश्न – मुझे अश्वगंधारिष्ट कब लेनी चाहिए ?
उत्तर – अश्वगंधारिष्ट का सेवन हमेशा भोजन के बाद बराबर पानी मिला कर करना चाहिए .
प्रश्न – अश्वगंधारिष्ट पीने से क्या फायदा होता है ?
उत्तर – अश्वगंधारिष्ट पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है , मानसिक तनाव दूर होकर अच्छी नींद आती है , जोड़ों के दर्द , सिर दर्द आदि में फायदा होता है , पुरुषों में शुक्राणुओं की वृद्धि होती है , यौन क्षमता बढ़ती है और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है .
दोस्तों , इस आर्टिकल में हमने अश्वगंधारिष्ट की सेवन विधि और अश्वगंधारिष्ट के फायदे बताये . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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