हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आज हम आंवला चूर्ण के फायदे और नुकसान से सम्बंधित जानकारी शेयर कर रहे हैं . विभिन्न रोगों में आंवला चूर्ण के उपयोग और आंवला चूर्ण की सेवन विधि जानने के लिए पढ़ते रहिये .
आंवला चूर्ण का परिचय
भारत में लगभग सभी जगह पाए जाने वाले आंवला के फल की गुठली निकाल कर फल को सुखा कर उसको कूट पीस कर पाउडर बना लिया जाता है . इसी को आंवला या आमलकी चूर्ण कहा जाता है . आंवला में अन्य फलों की तुलना में सवाधिक विटामिन सी पाया जाता है . आंवला में अमृत सामान गुण एवं औषधीय उपयोग होने के कारण इसे अमृत फल और धात्री फल भी कहा जाता है . त्रिफला चूर्ण के तीन घटक द्रव्यों में एक आंवला चूर्ण होता है .
आंवला चूर्ण के फायदे और नुकसान
आंवला त्रिदोष नाशक , पोषक तत्त्वों से भरपूर , विबंध नाशक , पाचन क्रिया में सुधार करने वाला एवं अन्य कई औषधीय गुणों से युक्त होता है . आइये जानते हैं आंवला चूर्ण के फायदे और नुकसान क्या क्या हैं .
आंवला चूर्ण के फायदे
अनेक औषधीय गुणों से युक्त आंवला चूर्ण के फायदे निम्नलिखित रोगों में प्राप्त होते हैं .
आंवला चूर्ण से बढ़ती है आँखों की रोशनी
नियमित आंवला चूर्ण का सेवन करने से नेत्र विकार नष्ट होते हैं तथा आँखों की रोशनी ( नेत्र ज्योति ) में वृद्धि होती है .
आंवला चूर्ण से कब्ज में फायदा
आंवला चूर्ण का सेवन करने से कोष्ठबद्धता ( मलावरोध ) नष्ट होती है तथा कब्ज से राहत मिलती है . ( पढ़ें – कब्ज क्यों होता है )
इम्युनिटी बढाता है आंवला चूर्ण
आंवला में विटामिन सी एवं अन्य पोषक तत्त्वों की प्रचुरता के कारण इसका सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्युनिटी ) को बढाने वाला होता है .
आंवला चूर्ण से पाचन तंत्र में लाभ
आंवला चूर्ण का सेवन पाचन क्रिया में सुधार कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है एवं उदर रोगों से बचाव करता है .
डायबिटीज में आंवला चूर्ण के फायदे
विटामिन सी , एंटी ओक्सिडेंट और फाइबर युक्त आंवला चूर्ण मधुमेह ( डायबिटीज ) रोगियों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है . ( यह भी पढ़ें – डायबिटीज के लक्षण और उपाय )
आंवला चूर्ण त्वचा के लिए लाभकारी
आंवला चूर्ण के सेवन से त्वचा विकार नष्ट होते हैं तथा स्किन की प्राकृतिक चमक बनी रहती है .
आंवला चूर्ण के फायदे बालों के लिए
आंवला चूर्ण का बाह्य और आभ्यंतर दोनों प्रकार से प्रयोग बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है . आंवला चूर्ण को खाने तथा आंवला पाउडर से बालों को धोने से बाल स्वस्थ , काले , घने और चमकीले होते हैं .
आंवला चूर्ण से ल्यूकोरिया में लाभ
आंवला चूर्ण का सेवन महिलाओं के श्वेत प्रदर ( ल्यूकोरिया ) में लाभप्रद होता है . ( यह भी पढ़ें – ल्यूकोरिया की आयुर्वेदिक दवा )
आंवला से एसिडिटी में फायदा
आंवला स्वयं खट्टा पदार्थ होने के बावजूद अम्लपित्त ( एसिडिटी ) को नष्ट करने वाला होता है . आंवला चूर्ण का सेवन करने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है . ( यह भी पढ़ें – एसिडिटी का तुरंत इलाज घरेलू )
दांतों और मसूढ़ों के लिए आंवला चूर्ण उपयोगी
विटामिन सी से युक्त आंवला चूर्ण का सेवन करने से दांत और मसूढ़े मजबूत होते हैं तथा दांतों और मसूढ़ों के रोगों से बचाव होता है .
लिवर और तिल्ली के लिए लाभप्रद है आंवला चूर्ण
आंवला चूर्ण का सेवन तिल्ली और लिवर के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है तथा इनसे सम्बन्धित रोगों से रक्षा करता है .
श्वास में आंवला चूर्ण का प्रयोग
आंवला चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से श्वास के रोगी को लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – श्वास या दमा की आयुर्वेदिक दवा )
गर्भवती महिलाओं के लिए आंवला चूर्ण लाभप्रद
गर्भवती महिलाओं द्वारा आंवला चूर्ण का सेवन करने से गर्भावस्था में होने वाली उल्टी में लाभ होता है तथा शिशु के विकास के लिए अच्छा होता है .
आंवला चूर्ण के नुकसान
आंवला चूर्ण एक अत्यंत गुणकारी और उपयोगी औषधि है , सामान्यतः आंवला चूर्ण के कोई दुष्प्रभाव या नुकसान देखने को नहीं मिलते किन्तु इसके सेवन से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है . आंवला चूर्ण के नुकसान निम्नानुसार हो सकते हैं .
- आंवला चूर्ण को आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए . अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त , मरोड़ एवं पेट सम्बन्धित समस्या हो सकती हैं .
- जिन लोगों को आंवला से एलर्जी है उन्हें आंवला चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए .
- जो लोग किसी रक्त विकार से सम्बंधित मेडिसिन ले रहे हैं उन्हें आंवला चूर्ण का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए .
- जिन लोगों का ब्लड शुगर कम रहता है उन्हें आंवला चूर्ण के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए .
आंवला चूर्ण सेवन विधि
मात्रा – 2-5 ग्राम
अनुपान – पानी , शहद आदि ( रोगानुसार )
FAQ
प्रश्न – रोजाना आंवला पाउडर खाने से क्या होता है ?
उत्तर – रोजाना आंवला चूर्ण का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है , इम्युनिटी बढ़ती है , बालों का झड़ना , असमय सफ़ेद होना आदि में लाभ होता है .
प्रश्न – आंवले की तासीर क्या होती है ?
उत्तर – आंवले की तासीर ठंडी होती है .
प्रश्न – क्या हम आंवला और अश्वगंधा एक साथ ले सकते हैं ?
उत्तर – जी हाँ आंवला और अश्वगंधा एक साथ प्रयोग करने में कोई हानि नहीं है . दोनों आयुर्वेद की प्रभावशाली औषधियां हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के साथ शारीरिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि करती हैं .
दोस्तों , आज के लेख में हमने आंवला चूर्ण के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी बतायी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होगे .
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