आयुर्वेद में मसालों के औषधीय गुण बताये गये हैं . इन्हीं औषधीय गुणों से युक्त मसालों में एक मसाला ” जीरा ” है . इस आर्टिकल में हम जीरा खाने के फायदे और जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी बताने जा रहे हैं .
जीरा का सामान्य परिचय
भारतीय रसोई में जीरा एक प्रमुख मसाला है . जीरा कई प्रकार का होता है किन्तु सफ़ेद और भूरे रंग के जीरे का प्रचलन अधिक है और सामान्यतः भूरे जीरे को ही लोग जानते हैं . जीरे में प्रोटीन , विटामिन , खनिज लवण , पौटेशियम , मैग्नीशियम , कॉपर , आयरन आदि पोषक तत्त्व पाए जाते हैं और इसके कई औषधीय उपयोग भी हैं .
जीरा को संस्कृत में जीरक , जरण , कणा . अंग्रेजी में Cumin , मराठी में जिर्रे , गुजराती में जीरूँ और बंगाली में जीरे कहा जाता है . आयुर्वेद के अनुसार जीरा लघु , रुक्ष , कटु , मधुर , उष्ण वीर्य , कफ नाशक , मूत्रल और गर्भाशय शोधक होता है .
जीरा खाने के फायदे
आयुर्वेद में जीरा के विभिन्न रोगों के उपचार में औषधीय उपयोग बताये गये हैं . आइये जानते हैं जीरा खाने के फायदे किन किन रोगों में हैं .
भोजन को पचाने में सहायक
जीरा भोजन को सुपाच्य बनाता है . जीरे के सेवन से पाचन क्रिया में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है .
मूत्र विकारों में लाभदायक
मूत्र विकारों ( पेशाब की रुकावट , जलन आदि ) में जीरे का सेवन लाभदायक होता है . जीरे का प्रयोग करने से पेशाब खुल कर आता है .
अतिसार ( दस्त ) में जीरा उपयोगी
दस्त होने पर भुना हुआ जीरा दही के साथ अथवा शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभप्रद
गर्भवती महिलाओं को उल्टी की शिकायत होने पर नमक और नींबू के घोल में भिगो कर सुखाया हुआ जीरा चबाने से लाभ होता है . स्तनपान कराने वाली महिलाओं द्वारा जीरे का सेवन करने से दूध की वृद्धि होती है .
पेट दर्द से राहत दिलाये
पेट दर्द होने पर भुना जीरा गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द में आराम होता है . ( यह भी पढ़ें – पेट दर्द का घरेलू इलाज )
त्वचा को बनाता है सुन्दर
जीरे में विटामिन ई और एंटी फंगल गुण के कारण यह त्वचा में निखार लाता है और त्वचा को स्वस्थ और सुन्दर बनाता है .
दांतों और मसूढ़ों के लिए लाभकारी
दांतों में दर्द होने पर जीरे का काढा बना कर कुल्ला करने से लाभ होता है . मसूढ़ों की समस्या होने पर भुने जीरे का पाउडर सैंधा नमक मिला कर मंजन की तरह रगड़ने से लाभ होता है .
जीरे का खांसी में प्रयोग
खांसी होने पर जीरा और सौंठ का पाउडर शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
जुकाम में जीरे का उपयोग
जुकाम होने पर जीरे को भूनकर रूमाल में बाँध कर सूंघने से जुकाम से होने वाले सिर दर्द में लाभ होता है तथा नाक का बहना रुकता है .
बुखार में जीरे से लाभ
कच्चे जीरे को पीस कर गुड़ के साथ सेवन करने से बुखार में फायदा होता है .
जीरे से कब्ज में फायदा
जीरे का सेवन आँतों की क्रियाशीलता बढाता है और आँतों में फंसे मल को बाहर निकालता है जिससे कब्ज में लाभ होता है .
जीरे का पथरी में प्रयोग
जीरा और शक्कर बराबर मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से पथरी में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – गुर्दे की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज )
जीरा एनीमिया में लाभदायक
जीरा में भरपूर आयरन होने के कारण जीरे का सेवन करने से खून की कमी दूर होती है . ( यह भी पढ़ें – महिलाओं में खून की कमी दूर करने के उपाय )
जीरा हृदय के लिए लाभप्रद
जीरे में पौटेशियम पाया जाता है और इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हृदय स्वस्थ रहता है . जीरे के नियमित सेवन से कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है जिससे हार्ट अटैक का ख़तरा कम होता है .
डायबिटीज में जीरे का प्रयोग
एक चम्मच जीरा पाउडर सुबह शाम पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह रोगी को लाभ होता है .
जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान
ऊपर हमने जीरा खाने के फायदे बताये लेकिन जीरा पानी भी स्वास्थ्य के लिए उपयोगी और लाभदायक होता है . आइये जानते हैं जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान क्या हैं .
जीरा पानी पीने के फायदे
रात में जीरे को पानी में भिगो कर सुबह उस पानी को इस्तेमाल करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं . यह जीरा पानी पीने के फायदे निम्नलिखित हैं .
जीरा पानी से कील मुंहासों में लाभ
जीरे को रात भर पानी में भिगो कर सुबह उस पानी को सेवन करने से रक्त विकार दूर होते हैं . इस पानी के सेवन से रक्त साफ़ होने के कारण कील मुंहासों में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – कील मुंहासे की आयुर्वेदिक दवा )
जीरा पानी से बुखार में लाभ
बुखार होने पर जीरा पानी का सेवन करने से बुखार कम होता है तथा मुंह का स्वाद सुधरता है .
मोटापा कम करने में सहायक
जीरे का सेवन शरीर की अनावश्यक चर्बी को हटाने में मदद करता है . मोटापा घटाने के लिए रात को भिगोये हुए जीरा पानी को सुबह उबाल कर छान कर पीने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – महिलाओं का मोटापा कम करने के उपाय )
पाचन क्रिया में सुधार करता है
जीरा पानी का सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है तथा गैस , बदहजमी आदि पेट की समस्याओं में लाभ होता है .
त्वचा की सेहत के लिए लाभदायक
जीरा पानी का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है . जीरा पानी के सेवन से त्वचा की चमक और सौन्दर्य में वृद्धि होती है .
रक्त संचार के लिए अच्छा
जीरा पानी का सेवन ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद करता है .
अच्छी नींद लाने में सहायक
जीरा पानी का सेवन करने से अनिद्रा के रोगियों को लाभ होता है और अच्छी नींद आती है .
मधुमेह में लाभप्रद
जीरा पानी पीने से डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर में कमी होती है .
पेशाब की रुकावट में लाभ
जीरे में मूत्रल गुण होने के कारण जीरा पानी पीने से पेशाब की रुकावट दूर होती है तथा खुल कर पेशाब आता है .
जीरा पानी पीने के नुकसान
जीरा पानी के कई औषधीय उपयोग और स्वास्थ्यकर लाभ हैं किन्तु किसी भी चीज का उचित मात्रानुसार सेवन ही लाभदायक होता है . ज्ञान का अभाव या अनुचित मात्रा में जीरा पानी का सेवन करने से शारीरिक नुकसान भी हो सकते हैं . आइये जानते हैं जीरा पानी पीने के नुकसान क्या हैं .
- अधिक मात्रा में जीरा पानी का सेवन करने से उल्टी की शिकायत हो सकती है .
- डायबिटीज के रोगी यदि शुगर की दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं और अधिक जीरा पानी पीते हैं तो ब्लड में शुगर की मात्रा बहुत कम हो सकती है जो कि समस्या को जन्म दे सकता है .
- जिन लोगों को जीरा से एलर्जी है उन्हें जीरा पानी नहीं पीना चाहिए .
- जीरा पानी की अधिक मात्रा से जी मिचलाना , सिर चकराना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं .
FAQ
प्रश्न – जीरे का पानी कब नहीं पीना चाहिए ?
उत्तर – जीरे का पानी भोजन के तुरंत बाद नहीं पीना चाहिए . जीरा गर्म तासीर वाला होता है इसलिए गर्मियों में जीरे का पानी नहीं पीना चाहिए .
प्रश्न – क्या मैं रात में जीरे का पानी पी सकता हूँ ?
उत्तर – रात में जीरे का पानी पीने से अच्छी नींद आती है और पाचन में भी सुधार होता है किन्तु रात में जीरा पानी डिनर से कम से कम दो घंटों बाद सोने से पूर्व सेवन करना चाहिए .
प्रश्न – जीरा पानी पीने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?
उत्तर – रात में जीरा या जीरा पाउडर पानी में भिगो दें . सुबह इस पानी को उबाल कर छान कर पियें .
प्रश्न – जीरे की तासीर क्या होती है ?
उत्तर – आयुर्वेद के अनुसार जीरा उष्ण वीर्य अर्थात् गर्म तासीर वाला होता है .
दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस आर्टिकल में आपने जीरा खाने के फायदे एवं जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान क्या हैं ? यह सब जाना . अगले लेख में हम अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे . साथ बने रहिये .
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