आजकल की भाग दौड़ की जिन्दगी में मानसिक तनाव एक आम समस्या है , यह तनाव बढ़ कर डिप्रेसन में बदल जाता है .आम आदमी की जिज्ञासा है कि डिप्रेसन का लक्षण और उपाय क्या है ? आज का आर्टिकल इसी विषय पर है आशा है आपको पसंद आयेगा .
डिप्रेसन क्या है ?
डिप्रेसन वह मानसिक अवस्था है जिसमें व्यक्ति को नकारात्मकता घेर लेती है और व्यक्ति हमेशा अनिष्ट की आशंका से दुखी रहता है . इसे अवसाद भी कहा जाता है . अति व्यस्तता , बिगड़ते रिश्ते , काम का अतिरिक्त बोझ , अति महत्त्वाकांक्षा , अपनों से अपेक्षा , असफलता , अपनों से दूरी , आस पास में नकारात्मक वातावरण आदि ऐसे कारण हैं जिससे मानसिक तनाव बढ़ता है .
मानसिक तनाव , हताशा , निराशा , असफलता जीवन का एक हिस्सा है जो सभी की जिन्दगी में आया करता है . इस स्थिति को सहज रूप से लेने पर व्यक्ति इससे उबर जाता है और इससे घबराकर स्वयं को अकेले में समेट लेने पर व्यक्ति डिप्रेसन या अवसाद का शिकार हो जाता है . अवसाद ग्रस्त व्यक्ति के मन में हमेशा नेगेटिव विचार आते रहते हैं और वह अपराध बोध से जूझता रहता है .
और पढ़ें – मानसिक तनाव कैसे दूर करें ?
डिप्रेसन के शुरुआती लक्षण
मानसिक तनाव को डिप्रेसन की प्रारम्भिक अवस्था कहा जा सकता है . डिप्रेसन से पूर्व व्यक्ति में कुछ लक्षण परिलक्षित होते हैं जिनमें अधिकतर मानसिक होते हैं . डिप्रेसन के शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हैं –
- नींद नहीं आना
- किसी काम में मन नहीं लगना
- अकेले में रहना
- लोगों से नजरें चुराना
- नकारात्मक बातें करना
- उदास रहना
- स्वभाव में चिडचिडापन आना
- भोजन में अरुचि होना
डिप्रेसन क्यों होता है ? [ डिप्रेसन के कारण ]
नकारात्मक विचारों का अवचेतन मन में प्रवेश डिप्रेसन का मुख्य कारण माना जा सकता है . अतीत में हुई दुर्घटना , नाकामयाबी , प्रियजन का वियोग , अपमान , रिश्तों में खटास आदि डिप्रेसन के कारण हो सकते हैं . नीचे डिप्रेसन के कुछ सामान्य कारण बताये जा रहे हैं –
- शारीरिक स्वास्थ्य में गिरावट या कोई बीमारी होना
- नींद की कमी
- नकारात्मक माहौल में रहना
- नशे की लत
- अत्यधिक कर्ज हो जाना
- खुद की या परिवार की डिमांड पूरी न कर पाना
- अपनों की अपेक्षा पर खरा नहीं उतर पाना
- अपने पसंद के क्षेत्र में सफलता प्राप्त न होना
- अपनों से कोई मानसिक आघात पहुंचना
- सार्वजनिक रूप से अपमानित होना
- रिश्तों को नहीं सम्हाल पाना
- घर में अनादर होना
- जीवन साथी या पार्टनर से रिश्ते बिगड़ना
और पढ़ें – याददाश्त कैसे बढायें ?
डिप्रेसन का लक्षण और उपाय
डिप्रेसन के लक्षण निम्नलिखित हैं –
- नींद नहीं आना
- मन उदास रहना
- मन में निगेटिव विचार आना
- अकेले में रहना
- भूख नहीं लगना
- मन नहीं लगना
- थकान का अनुभव होना
- बेचैनी रहना
- किसी काम में रुचि ना होना
- निराश रहना
- कम बोलना
- निर्णय लेने में असमर्थता
- सिर में दर्द की शिकायत
- किसी विषय पर ध्यान केन्द्रित न कर पाना
- दिनचर्या अव्यवस्थित होना
- स्वभाव में चिडचिडापन होना
- कार्य कुशलता में कमी
- आत्म ग्लानि या अपराध बोध होना
- आत्महत्या जैसे बुरे विचार आना
डिप्रेसन से बचने के उपाय
- सकारात्मक वातावरण में रहें
- नेगेटिव सोच वाले व्यक्तियों से बचें
- शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
- अतीत की बुरी बातों या घटनाओं को याद न करें
- वर्तमान में जियें
- भविष्य के प्रति सकारात्मक सोच रखें
- परिवार के साथ समय बितायें
- पुराने दोस्तों के सम्पर्क में रहें
- योग या व्यायाम करें
- अच्छी पुस्तकें पढ़ें
- मोटिवेशनल वीडियो देखें या मोटीवेशनल स्पीकर को सुनें
- टी वी पर स्वस्थ हास्य – मनोरंजन वाले कार्यक्रम ही देखें
- सोशल मीडिया पर कम समय बितायें
- किसी प्रकार का नशा न करें
- सामाजिक कार्यों में हिस्सा लें
- गीत , संगीत , पेंटिंग , बागवानी आदि में रुचि लें
- मेडिटेशन या ध्यान करें
दोस्तों , डिप्रेसन से सम्बंधित यह लेख आपको कैसा लगा ? कृपया कमेन्ट द्वारा अपनी राय बताना . आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के अगले लेख में अन्य कोई उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
अन्य पढ़ें –
1 thought on “कहीं आप डिप्रेसन का शिकार तो नहीं ? जानिये डिप्रेसन का लक्षण और उपाय | Best Ways To Avoid Depression.”