हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस आर्टिकल में आज हम आयुर्वेदिक दवा त्रिफला गुग्गुल के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी शेयर कर रहे हैं . आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी . कब्ज और बवासीर की प्रमुख औषधि त्रिफला गुग्गुल के फायदे जानने के लिए पढ़ते रहिये .
त्रिफला गुग्गुलु क्या है ?
त्रिफला गुग्गुल एक आयुर्वेदिक दवा है जो त्रिफला ( हरड़ , बहेड़ा और आंवला ) और गुग्गुलु ( गूगल ) के सम्मिश्रण से बनायी जाती है . त्रिफला एक उत्तम रसायन और सभी आयु वर्ग के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है तथा गुग्गुल वात रोगों की महा औषधि माना जाता है .
त्रिफला में तीन फलों हरीतकी ( हरड़ ) , विभीतकी ( बहेड़ा ) और आमलकी ( आंवला ) को गिना जाता है . त्रिफला के कई प्रकार के औषधीय उपयोग आभ्यंतर और बाह्य रूप में होते हैं . गुग्गुलु का पेड़ या गुल्म 4-6 फुट ऊंचा होता है जिसकी छाल से रालदार गोंद ( निर्यास ) निकलता है . इस निर्यास को ही गुग्गुल या गुग्गुलु कहा जाता है . आम बोलचाल की भाषा में इसे गूगल कहते हैं .
त्रिफला गुग्गुल के फायदे और नुकसान
त्रिफला और गुग्गुल के सम्मिश्रण से बनी आयुर्वेदिक दवा त्रिफला गुग्गुल के विभिन्न रोगों में औषधीय उपयोग आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा किये जाते हैं . आइये जानते हैं त्रिफला गुग्गुल के फायदे और नुकसान क्या हैं .
त्रिफला गुग्गुल के फायदे
उदर एवं वात विकारों में प्रयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक दवा त्रिफला गुग्गुल के फायदे निम्नलिखित रोगों में प्राप्त होते हैं .
बवासीर में त्रिफला गुग्गुल से लाभ
अर्श ( बवासीर ) रोगियों को त्रिफला गुग्गुल की दो दो गोलियां सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से अर्श रोग में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – खूनी बवासीर का रामबाण इलाज )
दर्द और सूजन में त्रिफला गुग्गुल का प्रयोग
वायु विकार के कारण शरीर में होने वाले दर्द और सूजन में त्रिफला गुग्गुल का सेवन करने से फायदा होता है .
फिस्टुला में त्रिफला गुग्गुल के लाभ
फिस्टुला या भगंदर होने पर त्रिफला गुग्गुल और सप्तविंशति गुग्गुल का सेवन करने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज )
त्रिफला गुग्गुल से कब्ज में राहत
कब्ज के रोगियों द्वारा त्रिफला गुग्गुल का सेवन करने से मलावरोध दूर होकर कब्ज से छुटकारा मिलता है . ( यह भी पढ़ें – कब्ज क्यों होता है )
त्रिफला गुग्गुल वजन कम करने में सहायक
त्रिफला रेचक तथा गुग्गुल मेदोहर होता है इसलिए त्रिफला गुग्गुल का सेवन वजन कम करने में सहायक होता है .
पीरियड्स में त्रिफला गुग्गुल का प्रयोग
कष्टार्तव ( पीरियड्स कम आना व दर्द होना ) होने पर त्रिफला गुग्गुल के सेवन से मासिक स्राव ( पीरियड्स ) खुल कर आता है . ( यह भी पढ़ें – पीरियड्स में दर्द कैसे कम करें )
त्रिफला गुग्गुल के नुकसान
त्रिफला गुग्गुल एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श एवं दिशा निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए . स्वेच्छा से इसका इस्तेमाल करना नुकसानदायक भी हो सकता है . बिना चिकित्सकीय सलाह के सेवन करने से त्रिफला गुग्गुल के नुकसान निम्नानुसार हो सकते हैं .
- त्रिफला गुग्गुल की अधिक मात्रा से अतिसार ( डायरिया ) की समस्या हो सकती है .
- त्रिफला गुग्गुल में विरेचन एवं मासिक स्राव में वृद्धि करने के गुण होने के कारण गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए .
- त्रिफला गुग्गुल का अधिक सेवन पेट में जलन या एसिडिटी की समस्या में बढ़ावा कर सकता है .
त्रिफला गुग्गुल सेवन विधि
त्रिफला गुग्गुल का सेवन आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा निर्धारित मात्रा और अवधि तक करना चाहिए . सामान्यतः त्रिफला गुग्गुल सेवन विधि निम्नानुसार है .
मात्रा – 1-2 गोलियां .
अनुपान – गुनगुना पानी .
FAQ
प्रश्न – त्रिफला गुग्गुल कब लेना चाहिए ?
उत्तर – कब्ज या बवासीर जैसी समस्या होने पर त्रिफला गुग्गुल की 1-2 गोली भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए .
प्रश्न – त्रिफला गुग्गुल के क्या फायदे हैं ?
उत्तर – त्रिफला गुग्गुल एक आयुर्वेद औषधि है जिसका आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा कब्ज , बवासीर , भगंदर आदि रोगों के उपचार हेतु प्रयोग किया जाता है .
प्रश्न – क्या मैं त्रिफला गुग्गुलु रोज ले सकता हूँ ?
उत्तर – त्रिफला गुग्गुलु आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेदिक डॉक्टर के निर्देशानुसार बतायी गयी अवधि तक सेवन करना चाहिए .
दोस्तों , आज के लेख में हमने आयुर्वेदिक दवा त्रिफला गुग्गुल के फायदे और नुकसान तथा त्रिफला गुग्गुल सेवन विधि के बारे में जानकारी पेश की . आशा है आपको जानकारी अच्छी लगी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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