स्वाद में मिठास लिए हुए पपीता पोषक तत्त्वों का एक अच्छा स्रोत है . स्वास्थ्य के लिए लाभदायक पपीता खाने की सलाह अक्सर दी जाती है मगर आज हम चर्चा करेंगे कि पपीता किसे नहीं खाना चाहिए ? आज हम पपीता के औषधीय गुणों का उल्लेख करते हुए यह भी बतायेंगे कि पपीता किसे खाना चाहिए और किसे नहीं खाना चाहिए ?
पपीता खाने के फायदे
विभिन्न प्रकार के खनिज लवण , विटामिन्स और फाइबर से युक्त पपीता भूख बढाने वाला , कब्ज दूर करने वाला रोचक और मधुर फल है . आइये बताते हैं कि पपीता खाने के फायदे क्या क्या हैं ?
- फाइबर युक्त होने के कारण पपीता कब्ज दूर करता है .
- पपीता भूख बढाने में सहायक होता है .
- पपीता का सेवन मूत्र में रुकावट दूर करता है .
- पपीता लिवर और किडनी की कार्यशीलता बढाता है .
- पपीता पाचन संस्थान के लिए उपयोगी है .
- पपीता महिलाओं में ल्यूकोरिया या प्रदर में लाभदायक है .
- मुंह में छाले होने पर पपीता का अर्क ग्लिसरिन के साथ प्रयोग करने पर लाभ होता है .
- पपीता खाने से बवासीर में फायदा होता है .
- ब्लड में प्लेटलेट्स कम होने पर पपीते का सेवन लाभदायक रहता है . पपीते के पत्तों का रस अधिक लाभ पहुंचाता है .
- पपीते का सेवन फैट को कम करने में सहायक होता है .
- पपीते का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए भी लाभदायक होता है . ( डायबिटीज के लक्षण और उपाय )
- पपीते का सेवन स्तनपान करवाने वाली माताओं के दूध में वृद्धि करता है .
- पपीते का सेवन इम्यून सिस्टम मजबूत करता है .
- पपीता का सेवन पीरियड्स में होने वाले दर्द को कम करता है .
- पपीता का सेवन स्किन के लिए अच्छा रहता है .
- नियमित पपीता का सेवन करने से झुर्रियां पड़ना और बाल झड़ना में लाभ होता है .
पपीता गर्म है या ठंडा ?
बहुत लोगों का सवाल होता है कि पपीता गर्म है या ठंडा ? दोस्तों पपीता प्रभाव में गर्म होता है . आम बोलचाल की भाषा में कहें तो पपीता गर्म तासीर वाला फल होता है . ( पढ़ें – अल्सर में क्या खाना चाहिए ? )
पपीता की जड़ से पथरी का इलाज
जी हाँ पपीता की जड़ से पथरी का इलाज किया जाता है . आइये हम आपको बताते हैं कि पपीता की जड़ का का गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए किस तरह प्रयोग किया जाता है ?
- गुर्दे की पथरी को मूत्र मार्ग द्वारा बाहर निकालने के लिए पपीते के पेड़ की जड़ को छाया में सुखा लें .
- जब जड़ अच्छी तरह सूख जाए तो इसे पीस कर चूर्ण बना लें .
- रात में आधा गिलास पानी में पपीते की जड़ के चूर्ण की 2-3 चम्मच डाल कर भिगो दें .
- सुबह इस पानी को छान कर पियें .
- यह प्रयोग कुछ दिन करने पर पथरी छोटी होकर मूत्र मार्ग से निकल जाती है .
पपीता किसे नहीं खाना चाहिए ?
यह सही है कि पपीता एक पौष्टिक और स्वास्थ्य के अत्यंत लाभदायक फल है किन्तु कुछ लोगों को और कुछ परिस्थितियों में पपीते का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है . आइये जानते हैं कि पपीता किसे नहीं खाना चाहिए – ( पढ़ें – हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए )
- जो लोग खून को पतला करने की दवा ले रहे हैं उन्हें अपने चिकित्सक की सलाह से पपीता करना चाहिए क्योंकि पपीते में भी खून को पतला करने का गुण होता है .
- खुजली , गले में सूजन होने पर पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए .
- लेटेक्स से एलर्जी होने पर पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए .
- पेट दर्द या चक्कर आने की स्थिति में पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए .
- ग्रहणी या अतिसार के रोगियों को पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए .
- पपीता डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा होता है किन्तु यदि डायबिटीज की मेडिसिन ले रहे हैं और ब्लड में शुगर की मात्रा कम है तो पपीता का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए . हाइपोग्लैसीमिया की स्थिति में यह नुकसानदायक हो सकता है .
- प्रेगनेंसी में पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए . पपीता में मौजूद पपेन प्रोजेस्ट्रोन हारमोन कम करता है तथा पपेन में भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक झिल्ली को तोड़ने की प्रकृति होती है .
- पीलिया के रोगियों को पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए .
- ब्लड प्रेशर के रोगियों को भी पपीता का सेवन सम्हल कर करना चाहिए इससे हार्ट बीट अनियंत्रित होने का ख़तरा रहता है .
- गुर्दे की पथरी के रोगियों को भी पपीता का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए . इसके अधिक सेवन से कैल्शियम ओक्स्लेट पथरी को बढ़ा सकता है .
दोस्तों , आशा है आपको हमारा आर्टिकल ‘ पपीता किसे नहीं खाना चाहिए ‘ पसंद आया होगा . अगले लेख में नयी जानकारी के साथ फिर मिलेंगे .
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