हैलो दोस्तों ! आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आज हम चर्चा करेंगे कि पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं . सबसे पहले हम समझते हैं कि पीलिया क्या होता है ? पीलिया लिवर से सम्बंधित एक रोग है . लिवर पाचन संस्थान का एक महत्त्वपूर्ण अंग है जो भोजन को पचाने एवं सहायक पित्त का निर्माण करने का कार्य करता है .
तिल्ली में लाल रक्त कणिकाएं बनने और नष्ट होने की प्रक्रिया होती रहती है . इस प्रक्रिया के कारण पित्त में ‘ बिलीरुबिन ‘ नामक पदार्थ निकल कर ब्लड में स्रावित होता है . ब्लड में इस पदार्थ की सामान्य मात्रा 0.5 से 1.2 ग्राम तक होती है . जब ब्लड में बिलीरुबिन की मात्रा इस अनुपात से अधिक हो जाती है तो यह रसायन कोशिकाओं में जमा होने लगता है . ब्लड में बिलीरुबिन की बढी हुई मात्रा ही पीलिया का कारण बनती है .
पीलिया के लक्षण
पीलिया के रोगी में निम्नलिखित लक्षण पाए जाते हैं जो रोग की अवस्था के अनुसार कम या अधिक हो सकते हैं –
- आँखों का रंग पीला हो जाता है .
- मल का रंग सफ़ेद हो जाता है .
- गंभीर स्थति होने पर सम्पूर्ण त्वचा का रंग पीला हो जाता है .
- पेट में दर्द होता है .
- भूख नहीं लगती . ( पढ़ें – भूख लगने की दवा )
- शरीर में अत्यंत कमजोरी आ जाती है .
- उल्टी होती है .
- खून की कमी हो जाती है . ( पढ़ें – महिलाओं में खून की कमी )
- पीले रंग का मूत्र आता है .
- शरीर में खुजली होने लगती है .
- नींद में कमी होती है . ( पढ़ें – अनिद्रा का इलाज )
- बुखार की शिकायत भी होती है .
- त्वचा में रुक्षता होती है .
- जोड़ों में दर्द होता है . ( पढ़ें – जोड़ों के दर्द का इलाज )
पीलिया में परहेज
चूंकि पीलिया लिवर का रोग है और पाचन संस्थान से सम्बंधित है इसलिए इसमें खान पान का विशेष महत्त्व है . निम्नलिखित चीजों का पीलिया में परहेज करना चाहिए –
- पीलिया के रोगी को अंडा , मीट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए .
- चना , मटर , राजमा , सोयाबीन जैसे अधिक प्रोटीन वाले भोजन से परहेज करें .
- चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थों से बचें .
- केला न खाएं .
- शराब का सेवन न करें .
- जंक फ़ूड से बचें .
- अचार का सेवन न करें .
- चाय , कॉफ़ी से बचें .
- मसालेदार भोजन से बचें .
- नमक का सेवन नहीं करना चाहिए .
पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं ?
कई बार यह सवाल पूछा जाता है कि पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं तो विशेषज्ञों के अनुसार पीलिया में चावल खाया जा सकता है . अधिकतर डॉक्टर पीलिया में मीठे चावल खाने की सलाह देते हैं . हाँ नमकीन चावल से परहेज करना चाहिए क्योंकि नमक और मसाले पीलिया के रोगी की सेहत के लिए अच्छे नहीं हैं .
पीलिया में क्या खाना चाहिए ?
पीलिया के रोगी का लिवर सही कार्य नहीं कर रहा होता है इसलिए खान पान का चयन सोच समझ कर करना चाहिए . नीचे हम बताने जा रहे हैं कि पीलिया में क्या खाना चाहिए ?
- शुद्ध पानी का उचित मात्रा में सेवन करें .
- ताजा फल और सब्जियों का प्रयोग करें .
- रसगुल्ले खाने की भी सलाह दी जाती है .
- उबले आलू खा सकते हैं .
- पालक , गाजर , चुकंदर का सेवन करें .
- अंगूर , अनार , तरबूज का सेवन करें .
- कद्दू , टमाटर , शकरकंद का सेवन करें .
- गन्ने का जूस पीना चाहिए .
- नीबू पानी का सेवन करें .
- नारियल पानी का सेवन करें .
- अंगूर और संतरे का रस पीना अच्छा है .
पीलिया का आयुर्वेदिक इलाज ( Ayurveda Treatment For Jaundice )
आयुर्वेद चिकित्सा पद्दति में पीलिया का इलाज सफलता पूर्वक किया जाता है . हम आपकी जानकारी के लिए कुछ आयुर्वेदिक दवाइयों के नाम बता रहे हैं जो योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशन में लेने पर कारगर सिद्ध होती हैं .
- आरोग्यवर्धिनी वटी .
- पुनर्नवा मंडूर .
- नवायस लौह .
- लौह भस्म .
- कुटकी चूर्ण .
- भूम्यामलकी चूर्ण .
- भृंगराज चूर्ण .
- कुमार्यासव .
- लौहासव .
- द्राक्षावलेह .
दोस्तों , आशा है हमारा आर्टिकल पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं आपको पसंद आया होगा . अगले लेख में हम आपके लिए अन्य उपयोगी जानकारी लेकर हाजिर होंगे . हमारे साथ बने रहिये .
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