आयुर्वेद डॉक्टर से जानिये शंखपुष्पी सिरप के फायदे और नुकसान के बारे में .

प्रतिस्पर्धा के इस दौर में प्रतियोगी परीक्षा के समय बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढाने वाली दवाओं के सेवन का प्रचलन आम हो गया है . ऐसी ही बुद्धि और स्मरण शक्ति में वृद्धि करने वाली आयुर्वेदिक दवा है शंखपुष्पी . इसी बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढाने वाली आयुर्वेद औषधि शंखपुष्पी सिरप से सम्बन्धित जानकारी इस आर्टिकल में शेयर करने जा रहे हैं . आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी .

शंखपुष्पी सिरप क्या है ?

शंखपुष्पी सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेदिक स्टोर पर सिरप के रूप में शीशी या बोतल में उपलब्ध होती है . शंखपुष्पी एक औषधि है जिसका प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा मुख्यतः मस्तिष्क सम्बंधित समस्याओं के उपचार हेतु किया जाता है . शंखपुष्पी याददाश्त बढाने , मानसिक तनाव कम करने , अच्छी नींद लाने , बुद्धि का विकास करने आदि के लिए श्रेष्ठ औषधियों में एक मानी जाती है .

शंखपुष्पी सिरप के फायदे और नुकसान

स्मरण शक्ति एवं मेधा ( बुद्धि ) वर्धक शंखपुष्पी सिरप के आयुर्वेद अनुसार विभिन्न मानसिक विकारों में प्रयोग बताये गये हैं . सामान्यतः शंखपुष्पी सिरप को एक याददाश्त बढाने वाली दवा के रूप में जाना जाता है लेकिन शंखपुष्पी के अन्य कई रोगों में भी चिकित्सकीय उपयोग होते हैं . यह एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए हमेशा आयुर्वेद डॉक्टर के परामर्श और निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए अन्यथा स्वास्थ्य को हानि की संभावना भी होती है . आइये जानते हैं आयुर्वेदिक दवा शंखपुष्पी सिरप के फायदे और नुकसान क्या हैं .

शंखपुष्पी सिरप के फायदे

शंखपुष्पी सिरप के स्मरण शक्ति ( याददाश्त ) को बढाने वाले गुण से अधिकतर लोग परिचित हैं किन्तु इसके सेवन से अन्य कई रोगों में भी लाभ होता है . शंखपुष्पी सिरप के लाभ निम्नानुसार हैं .

याददाश्त बढाने की श्रेष्ठ औषधि

शंखपुष्पी को स्मरण शक्ति बढाने वाली श्रेष्ठ औषधियों में गिना जाता है . शंखपुष्पी सिरप के सेवन से याद करने की क्षमता में वृद्धि होती है इसलिए विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए यह लाभप्रद होती है . ( यह भी पढ़ें – याददाश्त बढाने की आयुर्वेदिक दवा )

शंखपुष्पी मानसिक तनाव करे कम

शंखपुष्पी सिरप के सेवन से मानसिक तनाव में कमी होती है और मस्तिष्क को बल मिलता है . ( यह भी पढ़ें – मानसिक तनाव कैसे दूर करें )

शंखपुष्पी एकाग्रता बढाने में सहायक

शंखपुष्पी सिरप का सेवन चित्त को शांत करने और एकाग्रता को बढाने वाला होता है .

अच्छी नींद के लिए शंखपुष्पी का उपयोग

शंखपुष्पी सिरप के सेवन से मस्तिष्क को आराम मिलता है और अच्छी नींद आती है . ( यह भी पढ़ें – अनिद्रा के लिए आयुर्वेदिक दवा )

हाई ब्लड प्रेशर में शंखपुष्पी के फायदे

शंखपुष्पी में रक्तचाप को घटाने का गुण पाया जाता है इसलिए शंखपुष्पी सिरप के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को लाभ होता है .

सिर दर्द में शंखपुष्पी का प्रयोग

अति व्यस्तता , मानसिक तनाव , नींद की कमी आदि कारणों से कई लोगों में सिर दर्द की समस्या हो जाती है . ऐसी स्थिति में शंखपुष्पी सिरप के सेवन से मस्तिष्क को आराम मिलता है और शिरः शूल ( सिर दर्द ) में लाभ होता है .

शंखपुष्पी डिप्रेशन से बचाने में मददगार

शंखपुष्पी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर औषधि है . शंखपुष्पी सिरप के सेवन से मस्तिष्क को मजबूती प्राप्त होती है जो डिप्रेसन से बचने में सहायक हो सकती है . ( यह भी पढ़ें – डिप्रेसन का लक्षण और उपाय )

शंखपुष्पी सिरप से मानसिक थकान में राहत

शंखपुष्पी मस्तिष्क को बल प्रदान करने एवं आराम दिलाने वाली होती है इसलिए शंखपुष्पी सिरप के सेवन से मानसिक थकान से राहत मिलती है .

शंखपुष्पी सिरप के नुकसान

शंखपुष्पी सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श एवं निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए . बिना चिकित्सकीय सलाह स्वेच्छा से शंखपुष्पी सिरप का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है . आइये जानते हैं शंखपुष्पी सिरप के नुकसान क्या हैं और इसके सेवन में क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए .

  • शंखपुष्पी में रक्तचाप ( ब्लड प्रेशर ) को कम करने का गुण पाया जाता है इसलिए लो ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को शंखपुष्पी सिरप के सेवन की सलाह नहीं दी जा सकती अन्यथा लो ब्लड प्रेशर की समस्या में इजाफा हो सकता है .
  • जिन लोगों को शंखपुष्पी से एलर्जी है उन्हें शंखपुष्पी सिरप के सेवन से बचना चाहिए .
  • शंखपुष्पी सिरप की अधिक मात्रा से जी मिचलाना या उल्टी की समस्या हो सकती है .
  • शंखपुष्पी मात्रानुसार सेवन करने से मस्तिष्क को आराम पहुंचाने वाली होती है किन्तु अधिक मात्रा में सेवन करने से सिर दर्द आदि की समस्या हो सकती है .
  • गर्भवती महिलाओं को शंखपुष्पी सिरप के सेवन से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करना चाहिए अथवा इसके सेवन से बचना चाहिए .

शंखपुष्पी सिरप सेवन विधि

शंखपुष्पी सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा निर्देशित और निर्धारित मात्रा अनुसार सेवन करना चाहिये . सामान्यतः शंखपुष्पी सिरप की सेवन विधि निम्नानुसार है .

मात्रा – 1-2 चम्मच ( दिन में दो बार सुबह शाम )

दोस्तों . आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस लेख में हमने आयुर्वेदिक दवा शंखपुष्पी सिरप से सम्बन्धित जानकारी साझा की . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .

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