हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आयुर्वेदिक दवा शतावरी चूर्ण के फायदे और सेवन विधि के बारे में बता रहे हैं . आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी .
शतावरी चूर्ण क्या है ?
शतावरी चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेदिक स्टोर पर पाउडर के रूप में उपलब्ध होता है . शतावरी एक सफ़ेद फूलों वाली बेल होती है . शतावरी के सर्वांग औषधि के रूप में काम में लिए जाते हैं लेकिन अधिकतर शतावरी की जड़ का औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है . शतावरी की जड़ को साफ़ कर , सुखा कर , कूट पीस कर पाउडर बना लिया जाता है और यह शतावरी चूर्ण के नाम से आयुर्वेदिक स्टोर पर मिलता है .
शतावरी चूर्ण के फायदे
शतावरी चूर्ण का दौर्बल्य , संधिवात , अल्सर आदि की चिकित्सा एवं स्तन्य वृद्धि हेतु प्रयोग किया जाता है . आइये जानते हैं शतावरी चूर्ण के फायदे किन किन रोगों में प्राप्त होते हैं .
शारीरिक कमजोरी में शतावरी चूर्ण से लाभ
दौर्बल्य या शारीरिक कमजोरी होने पर शतावरी चूर्ण को दूध के साथ सेवन करने से कमजोरी नष्ट होती है .
जोड़ों के दर्द में शतावरी चूर्ण का प्रयोग
शतावरी चूर्ण , अश्वगंधा चूर्ण एवं त्रिफला चूर्ण का गर्म पानी के साथ सेवन जोड़ों के दर्द में लाभदायक होता है . ( यह भी पढ़ें – जोड़ों के दर्द की आयुर्वेदिक दवा )
ब्लड प्रेशर के लिए शतावरी चूर्ण का प्रयोग
हाई ब्लड प्रेशर ( उच्च रक्तचाप ) होने पर शतावरी चूर्ण , हरीतकी चूर्ण एवं महुआ की छाल का चूर्ण मूली के रस एवं पानी में मिला कर रखने और कुछ घंटों बाद प्रयोग करने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है .
शतावरी चूर्ण से अल्सर में लाभ
शतावरी चूर्ण को शक्कर के साथ सेवन करने से अल्सर ( आमाशय व्रण ) में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – अल्सर में क्या क्या खाना चाहिए )
सायटिका में शतावरी चूर्ण के फायदे
शतावरी चूर्ण और सहिजन का गोंद सौंठ के काढ़े के साथ सेवन करने से सायटिका ( गृध्रसी ) रोगी को लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – सायटिका का आयुर्वेदिक उपचार )
शतावरी चूर्ण से याददाश्त में वृद्धि
शतावरी चूर्ण का नियमित सेवन स्मरण शक्ति ( याददाश्त ) को बढाने वाला होता है . ( यह भी पढ़ें – याददाश्त बढाने की आयुर्वेदिक दवा )
शतावरी चूर्ण से सूजन में फायदा
शतावरी में रक्तविकार से उत्पन्न सूजन को कम करने का गुण पाया जाता है इसलिए शतावरी चूर्ण का प्रयोग करने से सूजन में कमी होती है .
शतावरी चूर्ण रक्तविकार में लाभप्रद
शतावरी चूर्ण का सेवन रक्त विकार को नष्ट कर दाद , खाज , खुजली से राहत दिलाने वाला होता है .
पाचन तंत्र के लिए शतावरी चूर्ण
शतावरी चूर्ण का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने वाला होता है .
शतावरी चूर्ण के फायदे महिलाओं के लिए
पौष्टिक तत्त्वों से भरपूर शतावरी वैसे तो सभी के लिए गुणकारी और उपयोगी औषधि है किन्तु महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए यह विशेष लाभप्रद है . शतावरी चूर्ण के फायदे महिलाओं के लिए निम्नानुसार हैं .
गर्भवती महिला के लिए लाभप्रद
गर्भावस्था में शतावरी चूर्ण का सेवन स्वास्थ्यवर्धक , गर्भ को पोषण प्रदान करने वाला और शक्ति बढाने वाला होता है .
हिस्टीरिया में शतावरी चूर्ण का प्रयोग
नव युवतियों में होने वाले हिस्टीरिया में शतावरी चूर्ण का दूध के साथ सेवन करना लाभप्रद होता है .
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए शतावरी चूर्ण लाभप्रद
शतावरी चूर्ण के सेवन से महिलाओं के स्तनों में दूध की वृद्धि होती है इसलिए स्तनपान कराने वाली नवजात शिशुओं की माताओं के लिए शतावरी का प्रयोग लाभदायक होता है .
शतावरी चूर्ण वजन बढाने में मददगार
दुबली पतली स्त्रियों को शतावरी चूर्ण का दूध के साथ सेवन करने से वजन में वृद्धि होती है .
पीरियड्स में शतावरी चूर्ण का उपयोग
शतावरी चूर्ण के सेवन से माहवारी ( पीरियड्स ) के समय होने वाली पीड़ा एवं ऐंठन में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – पीरियड्स में दर्द कैसे कम करें )
शतावरी चूर्ण कैसे खाएं ?
शतावरी चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवा है जो हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के दिशा निर्देशानुसार सेवन करना चाहिए . सामान्यतः शतावरी चूर्ण की सेवन विधि निम्नानुसार है .
मात्रा – 2-3 ग्राम
अनुपान – दूध , जल आदि ( रोगानुसार )
शतावरी चूर्ण के सेवन की मात्रा और अनुपान भिन्न भिन्न व्यक्तियों में रोगानुसार अलग हो सकते हैं इसलिए आयुर्वेद चिकित्सक के परामर्श अनुसार ही सेवन करना चाहिए .
FAQ
प्रश्न – शतावर चूर्ण खाने से क्या लाभ होता है ?
उत्तर – शतावरी चूर्ण शारीरिक व मानसिक दौर्बल्य , जोड़ों के दर्द , अल्सर आदि रोगों की चिकत्सा हेतु प्रयोग किया जाता है .
प्रश्न – क्या पुरुष शतावरी खा सकते हैं ?
उत्तर – जी हाँ , शतावरी का सेवन पुरुषों के लिए शक्ति को बढाने वाला , पाचन तंत्र को मजबूत करने वाला , याददाश्त बढाने वाला एवं अनेक लाभ प्रदान करने वाला होता है .
प्रश्न – क्या शतावरी को खाली पेट ले सकते हैं ?
उत्तर – शतावरी का सेवन खाली पेट या भोजन के बाद किया जा सकता है .
दोस्तों , आज के लेख में हमने आयुर्वेदिक दवा शतावरी चूर्ण के फायदे और सेवन विधि के बारे में जानकारी शेयर की . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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