आयुर्वेद में नौसादर का उपयोग | 9 Benefits of Sal Amoniac ( Nausadar )

हैलो दोस्तों ! आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आपका स्वागत है . आज के लेख में हम बता रहे हैं कि आयुर्वेद में नौसादर का उपयोग औषधि के रूप में किस किस रोग में किया जाता है .

नौसादर का उपयोग

नौसादर क्या होता है ?

नौसादर एक रंगहीन ठोस क्रिस्टलीय पदार्थ होता है . यह पानी में घुलनशील होता है . इसे अंग्रेजी में Sal Amoniac कहते हैं . नौसादर का रासायनिक नाम अमोनियम क्लोराइड है . यह आयुर्वेद में विभिन्न रोगों में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है .

नौसादर क्या होता है

नौसादर का सूत्र

नौसादर का रासायनिक नाम अमोनियम क्लोराइड और सूत्र NH4CL है . ( यह भी पढ़ें – खजूर खाने के फायदे )

आयुर्वेद अनुसार नौसादर का उपयोग

आयुर्वेद में नौसादर का विभिन्न रोगों के उपचार में औषधि के रूप में उपयोग बताये गये हैं , जिनका विवरण निम्नानुसार है –

नौसादर का उपयोग

दांतों के रोगों में नौसादर का उपयोग

  • दांत में दर्द होने पर ज्वार के दाने के बराबर नौसादर को कॉटन में लपेट कर दांत के नीचे दबाने से दांत में हो रहे दर्द से राहत मिलती है .
  • नौसादर और कपूर को मिलाकर टिकिया बनाकर दर्द वाले दांतों के बीच रखने से दर्द में लाभ होता है .

पेट के रोगों ( उदर विकार ) में नौसादर से लाभ

  • अपच या पेट दर्द होने पर नौसादर , काली मिर्च , पुदीना का चूर्ण लेने से फायदा होता है .
  • गैस , खट्टी डकारें , जी मिचलाना आदि में नौसादर , इलायची , पुदीना और काली मिर्च का पाउडर आधा चम्मच पानी से लेने पर लाभ होता है .
  • नौसादर और सुहागा बराबर मात्रा में , सौंफ और मीठा सोडा आधा मिलाकर सुबह शाम आधा आधा चम्मच पानी से लेने पर पेट दर्द में आराम मिलता है .

माइग्रेन और सिर दर्द में नौसादर से फायदा

  • पुराने सिर दर्द में एक बोतल पानी में बारीक पिसा हुआ नौसादर मिलाकर सुबह शाम 1-1 चम्मच लेने से लाभ होता है .
  • नौसादर एवं कुटकी पीस कर जल में मिला कर माथे पर लेप करने से माइग्रेन में फायदा होता है .
  • बड़ी इलायची के छिलकों को नौसादर के साथ बारीक पीस कर सूंघने से सिर दर्द में फायदा होता है .

चोट और मोच में नौसादर का प्रयोग

  • चोट लगने से हुई सूजन में नौसादर और कलमी शोरा को पानी में भिगो कर पट्टी करने से फायदा होता है .
  • नौसादर को पानी में घोल कर स्तनों पर लगाने से स्तनों की गाँठ और सूजन में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए )

नौसादर का नकसीर में लाभ

खांसी जुकाम में नौसादर का उपयोग

  • खांसी होने पर 1 कप पानी में चुटकी भर नौसादर मिला कर पीने से आराम मिलता है .
  • नौसादर और कपूर को सूंघने से बंद नाक खुल जाती है .

नौसादर का भूख बढ़ाने में उपयोग

  • नौसादर , काली मिर्च , जीरा , काला नमक और इलायची का पाउडर बनाकर सुबह शाम आधा आधा चम्मच लेने से मन्दाग्नि में लाभ होता है और भूख जागृत होती है .
  • नौसादर , सफ़ेद जीरा , अनार दाना , काला नमक , इलायची , हींग का चूर्ण बनाकर सेवन करने से भूख बढ़ती है .

मिर्गी में नौसादर का लाभ

  • 50 ग्राम नौसादर को 1 किलो केले के पत्तों के रस में मिला कर रख लें . मिर्गी का दौरा पड़ने पर रोगी की नाक में इस रस को डालने से दौरा ठीक हो जाता है .

नौसादर का प्रयोग आँखों के लिए

  • 1 ग्राम नौसादर को 3 ग्राम असली सिन्दूर और शहद में मिला कर रख लें . इसे अंजन की तरह लगाने से रतौंधी रोग में फायदा होता है .

FAQ

प्रश्न – नौसादर कौनसी बीमारी में काम आता है ?

उत्तर – आयुर्वेद में नौसादर का प्रयोग , पेट दर्द , खांसी जुकाम , सिर दर्द , दांत दर्द आदि में किया जाता है .

प्रश्न – नौसादर का दूसरा नाम क्या है ?

उत्तर – नौसादर को Sal Amoniac या अमोनियम क्लोराइड भी कहा जाता है .

दोस्तों , आशा है आर्टिकल आयुर्वेद में नौसादर का उपयोग आपको पसंद आया होगा . अगले लेख में अन्य उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .

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