हैलो दोस्तों ! सदाबहार लाल , गुलाबी खूबसूरत गुड़हल का फूल सबको सुन्दर और आकर्षक लगता है . क्या आप जानते हैं सुबह खाली पेट गुड़हल का फूल खाने से क्या होता है ? जी हाँ , दोस्तों इस खूबसूरत फूल के कई औषधीय गुण हैं और इसके सेवन से विभिन्न रोगों में स्वास्थ्यकर लाभ प्राप्त होते हैं .
गुड़हल का सामान्य परिचय
मालवेसी कुल का गुड़हल का पौधा लगभग पूरे वर्ष फूलों से आच्छादित रहता है . गुड़हल का फूल देखने में सुन्दर और आकर्षक तथा गुणों में उत्तम होता है . इसे जपा , जवा , गुड़हर आदि नामों से भी जाना जाता है . अंग्रेजी में इसे Hibiscus कहते हैं . घर में गमले में या बगीचे में जमीन में लगाने पर जहां यह घर या बगीचे की शोभा बढाता है वहीं औषधि के रूप में प्रयोग करने पर शरीर को विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्यप्रद लाभ भी पहुंचाता है .
सुबह खाली पेट गुड़हल का फूल खाने से क्या होता है ?
आयुर्वेद में गुड़हल की महत्ता का वर्णन किया गया है और विभिन्न प्रकार के रोगों में इसकी उपयोगिता बतायी गयी है . आइये जानते हैं सुबह खाली पेट गुड़हल का फूल खाने से क्या होता है और इसके औषधीय उपयोग क्या हैं ?
गुड़हल के औषधीय उपयोग
आयुर्वेद में गुड़हल को खालित्य ( गंजापन ) , पालित्य ( सफ़ेद बाल होना ) नष्ट करने वाला , गर्भ निरोधक , नेत्र विकार , रक्तपित्त रोग आदि में लाभदायक बताया गया है . इसे हृदय के लिए लाभप्रद , मूत्र विकार , प्रमेह आदि में हितकर कहा गया है . गुड़हल के औषधीय उपयोग निम्नानुसार हैं .
परिवार नियोजन में गुड़हल का प्रयोग
गुड़हल की 2-3 कलियाँ मासिक धर्म ( पीरियड्स ) के बाद खाली पेट सेवन करने से अथवा फूल को घी में भून कर खाने से गर्भ निरोध का लाभ मिलता है .
गुड़हल से रक्तप्रदर में लाभ
रक्तप्रदर होने पर गुड़हल की 10-12 कलियाँ पीस कर दूध के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
गुड़हल के फूल से सिरदर्द में फायदा
गुड़हल के फूल को पानी एवं मिश्री के साथ पीस कर सेवन करने से सिर दर्द में आराम मिलता है .
डायबिटीज में गुड़हल के फायदे
खाली पेट गुड़हल का फूल चबा कर खाने से मधुमेह रोगियों को लाभ होता है . 5-7 काली मिर्च के साथ 3-4 फूल पीस कर सेवन करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं .
गुड़हल के फूल के फायदे बालों के लिए
- बालों के असमय सफ़ेद हो जाने पर गुड़हल के फूल का नियमित प्रयोग बहुत लाभकारी होता है . गुड़हल के फूल और भृंगराज को बराबर मात्रा में कच्चे दूध के साथ पीसें . उसके बाद लोहे की कडाही में रख कर जमीन में दबा दें और एक सप्ताह बाद निकाल कर रात में सोने से पहले बालों में लगायें . कुछ दिन नियमित प्रयोग करने से बाल काले होते हैं .
- गाय के दूध में गुड़हल के फूलों को पीस कर सिर में जहां पर बाल झड़ गये हों वहां लेप करने से नये बाल आते हैं और बाल बढ़ते हैं . ( यह भी पढ़ें – प्याज से गंजापन कैसे दूर करें )
- गुड़हल के फूलों को पीस कर रस निकाल लें और रस के बराबर मात्रा में जैतून का तेल मिला कर धीमी आंच पर पकाएं . जब रस वाला भाग जल जाए और तेल ही शेष रह जाए तो आंच से उतार कर तेल को एक शीशी में भर लें . इस तेल की मालिश करने से बाल घने , लम्बे , काले और चमकीले होते हैं . ( यह भी पढ़ें – जटामांसी के फायदे बालों के लिए )
गुड़हल से पीरियड्स में लाभ
गुड़हल के फूल को घी में भून कर खिलाने से महिलाओं के अनियमित मासिक स्राव ( पीरियड्स ) में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – स्त्रियों का टॉनिक अशोकारिष्ट सिरप पीने के फायदे )
गुड़हल से जुकाम बुखार में फायदा
गुड़हल के फूलों का काढा पीने से जुकाम बुखार में फायदा होता है .
गुड़हल से एसिडिटी में लाभ
गुड़हल के फूलों को गाय के दूध के साथ पीस कर सेवन करने से अम्लपित्त ( एसिडिटी ) में लाभ होता है .
अनिद्रा में गुड़हल का प्रयोग
गुड़हल के फूल को पानी के साथ पीस कर मिश्री के साथ सेवन करने से अनिद्रा में लाभ होता है और अच्छी नींद आती है .
गुड़हल से यौन रोगों में फायदा
उपदंश रोग में गुड़हल के फूल या गुड़हल के फूलों का शरबत नियमित सेवन करने से लाभ होता है .
उल्टी – जी मिचलाना में गुड़हल से लाभ
उल्टी या जी मिचलाने की शिकायत होने पर गुड़हल के फूलों को पानी में पीस कर मिश्री के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
हृदय रोगों में गुड़हल के फायदे
गुड़हल का फूल और गुड़हल के फूलों का शर्बत हृदय रोगियों के लिए लाभप्रद होता है . एक शोध के अनुसार गुड़हल के फूलों का सत्व कोलेस्ट्रोल और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है . ( यह भी पढ़ें – हृदय रोगों में अर्जुनारिष्ट के फायदे )
गुड़हल के फूल से मुंह के छालों में फायदा
गुड़हल के फूल को चबाने से मुंह के छालों में आराम मिलता है .
गुड़हल का खूनी दस्त में लाभ
गुड़हल के फूलों का अथवा गुड़हल के फूलों का शरबत सेवन करने से खूनी दस्त ( रक्तातिसार ) में लाभ होता है .
गुड़हल रक्तपित्त में लाभकारी
गुड़हल के फूलों को मिश्री के साथ पीस कर सेवन करने से रक्तपित्त में लाभ होता है .
FAQ
प्रश्न – गुड़हल का फूल कब खाना चाहिए ?
उत्तर – सुबह खाली पेट गुड़हल का फूल खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है .
प्रश्न – क्या हम कच्चे गुड़हल के फूल खा सकते हैं ?
उत्तर – गुड़हल के फूल को कच्चा चबा कर , मिश्री के साथ , दूध के साथ , घी में भून कर अथवा शर्बत बना कर उपयोग किया जा सकता है .
प्रश्न – क्या गुड़हल के फूल से खून बढ़ता है ?
उत्तर – गुड़हल में आयरन पाया जाता है और इसके सेवन से एनीमिया में लाभ होता है और रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है .
दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के आज के आर्टिकल में हमने गुड़हल के औषधीय उपयोग एवं सुबह खाली पेट गुड़हल का फूल खाने से क्या होता है ? ये सब जानकारी प्रस्तुत की , आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
अन्य पढ़ें –