हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस आर्टिकल में आज हम आयुर्वेद औषधि अर्श कुठार रस सेवन विधि और अर्श कुठार रस के फायदे से सम्बंधित जानकारी शेयर कर रहे हैं . आशा है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी .
अर्श कुठार रस क्या है ?
अर्श कुठार रस एक आयुर्वेदिक दवा है जो मुख्यतः अर्श ( बवासीर ) और रक्तार्श ( खूनी बवासीर ) की चिकित्सा हेतु प्रयोग की जाती है . अर्श कुठार रस में कई प्रकार की भस्मों एवं काष्ठ औषधियों का प्रयोग किया जाता है .
अर्श कुठार रस के घटक
अर्श या बवासीर की प्रमुख आयुर्वेदिक दवा अर्श कुठार रस के निर्माण में प्रयोग किये जाने वाले घटक द्रव्य मुख्यतः निम्नलिखित हैं .
- शुद्ध पारा
- शुद्ध गंधक
- अभ्रक भस्म
- लौह भस्म
- बिल्व ( बेल गिरी )
- चित्रक
- शुंठी ( सौंठ )
- काली मिर्च
- पिप्पली
- यवक्षार
- दन्तीमूल
- शुद्ध टंकण
- वंश लोचन
- सैन्धव नमक
- स्नुही ( थूहर का दूध )
- गो मूत्र
अर्श कुठार रस के फायदे
शुष्कार्श ( बादी बवासीर ) और रक्तार्श ( खूनी बवासीर ) की मुख्य आयुर्वेद औषधि अर्श कुठार रस के फायदे निम्नानुसार हैं .
बवासीर की प्रमुख आयुर्वेदिक दवा
अर्श या बवासीर की चिकित्सा में अर्श कुठार रस का मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है . 1-2 गोली अर्श कुठार रस की गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से बवासीर के रोगी को लाभ होता है तथा दर्द से राहत मिलती है . ( यह भी पढ़ें – बवासीर में छाछ पीने के फायदे )
खूनी बवासीर में अर्श कुठार रस से लाभ
रक्तार्श या खूनी बवासीर में अर्श कुठार रस का कुटजावलेह के साथ सेवन करने से रोगी को खूनी बवासीर में लाभ होता है तथा रक्तस्राव में कमी होती है . ( यह भी पढ़ें – खूनी बवासीर का रामबाण इलाज )
अर्श कुठार रस के सेवन से कब्ज से राहत
अर्श कुठार रस में सम्मिश्रित रेचक औषधियों के कारण गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन मलावरोध को नष्ट कर कब्ज से राहत दिलाता है . ( यह भी पढ़ें – कब्ज क्यों होता है )
अर्श कुठार रस से खून की कमी में लाभ
रक्तार्श ( खूनी बवासीर ) में मल त्याग के समय अत्यधिक रक्तस्राव के कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है . अर्श कुठार रस में लौह भस्म की उपस्थिति के कारण हीमोग्लोबिन की वृद्धि होती है जिससे खून की कमी में फायदा होता है .
अर्श कुठार रस साइड इफेक्ट्स ( नुकसान )
सामान्यतः अर्श कुठार रस के साइड इफेक्ट्स या दुष्प्रभाव नहीं मिलते किन्तु यह एक आयुर्वेदिक दवा है जिसमें कई प्रकार की भस्मों का प्रयोग किया गया है इसलिए हमेशा आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देश में ही इसका सेवन करना चाहिए अन्यथा नुकसान की संभावना हो सकती है . आइये जानते हैं अर्श कुठार रस के नुकसान किन लोगों को हो सकते हैं .
- अर्श कुठार रस में भस्म औषधियों का प्रयोग किया गया है इसलिए किडनी के रोगियों को इसके सेवन से बचना चाहिए अन्यथा नुकसान की संभावना है .
- अर्श कुठार रस में प्रयुक्त घटक द्रव्यों में किसी से एलर्जी होने की स्थिति में इसके सेवन से बचना चाहिए .
- गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जो अन्य दवाएं इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें अर्श कुठार रस के सेवन से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए .
अर्श कुठार रस सेवन विधि
अर्श कुठार रस एक आयुर्वेदिक दवा है जो हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श एवं दिशा निर्देशानुसार सेवन करना चाहिए . सामान्यतः अर्श कुठार रस सेवन विधि निम्नानुसार है .
मात्रा – 1-2 गोली ( 250-500 mg )
अनुपान – गुनगुना पानी , छाछ , गुलकंद , कुटजावलेह आदि ( चिकित्सक के निर्देशानुसार )
दोस्तों , आज के लेख में हमने अर्श या बवासीर की प्रमुख आयुर्वेदि दवा अर्श कुठार रस सेवन विधि और अर्श कुठार रस के फायदे जाने . आपको यह लेख कैसा लगा कमेन्ट कीजिएगा . आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में बतायी गयी कोई जानकारी आपको अच्छी लगती है तो उसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए . अगले लेख में हम अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ आपकी सेवा में हाजिर होंगे .
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