हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आपका स्वागत है . आज हम श्वास – कास की आयुर्वेदिक दवा श्वास कुठार रस के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी पेश कर रहे हैं . आशा यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी .
श्वास कुठार रस क्या है ?
श्वास कुठार रस एक शास्त्रोक्त आयुर्वेद औषधि है जो आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा श्वसन सम्बन्धित समस्याओं अस्थमा ( श्वास ) , कास ( खांसी ) , कफ विकार , नजला आदि की चिकित्सा के लिए प्रयोग किया जाता है . श्वास कुठार रस रस और काष्ठ औषधियों के मिश्रण से तैयार की जाने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है .
श्वास कुठार रस के घटक
श्वास – कास की प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि श्वास कुठार रस के निर्माण में निम्नलिखित घटक द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है .
- शुद्ध पारद
- शुद्ध गंधक
- शुद्ध मैन्शिल
- शुद्ध वत्सनाभ
- टंकण भस्म
- मरिच ( यह भी पढ़ें – काली मिर्च के फायदे )
- पिप्पली
- सौंठ
श्वास कुठार रस के फायदे और नुकसान
जैसा कि नाम से ही पता चलता है श्वास कुठार रस मुख्यतः श्वास की दवा है और सभी प्रकार के श्वास रोगों में इसका प्रयोग किया जाता है . श्वास के अलावा भी श्वास कुठार रस के अन्य रोगों खांसी , नजला , न्युमोनिया , टोंसिलाइटिस आदि में औषधीय उपयोग होते हैं . आइये जानते हैं श्वास कुठार रस के फायदे और नुकसान क्या क्या हैं .
श्वास कुठार रस के फायदे
श्वसन ( सांस ) से सम्बन्धित विकारों की प्रमुख आयुर्वेदिक दवाओं में एक श्वास कुठार रस के फायदे निम्नलिखित रोगों में प्राप्त होते हैं .
अस्थमा में श्वास कुठार रस के लाभ
श्वास कुठार रस अस्थमा की प्रमुख आयुर्वेदिक दवा है . अस्थमा रोगियों द्वारा श्वास कुठार रस का शहद या वासावलेह के साथ सेवन करने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – श्वास या दमा की आयुर्वेदिक दवा )
न्यूमोनिया में श्वास कुठार रस का प्रयोग
न्यूमोनिया के रोगी को श्वास कुठार रस का अदरक के रस या शहद के साथ सेवन कराने से लाभ होता है .
खांसी में श्वास कुठार रस का उपयोग
खांसी में विशेषतः कफ जनित कास ( खांसी ) में श्वास कुठार रस और सितोपलादि चूर्ण का शहद के साथ सेवन करना लाभप्रद होता है . ( यह भी पढ़ें – पुरानी से पुरानी खांसी की दवा )
नजला और स्वाइन फ़्लू में श्वास कुठार रस से लाभ
जीर्ण प्रतिश्याय ( पुराना जुकाम , नजला ) और स्वाइन फ़्लू में श्वास कुठार रस के प्रयोग से बहुत लाभ होता है .
टोन्सिल की समस्या में श्वास कुठार रस से फायदा
टोंसिलाइटिस की समस्या होने पर श्वास कुठार रस और मधुयष्टि चूर्ण को पान पत्र स्वरस या शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
अग्निमांद्य में श्वास कुठार रस के फायदे
अग्निमांद्य ( भूख की कमी ) में श्वास कुठार रस को अदरक के रस के साथ सेवन करने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – भूख लगने की सबसे अच्छी दवा )
श्वास कुठार रस के नुकसान
श्वास कुठार रस एक आयुर्वेदिक रस औषधि है जो आयुर्वेद चिकित्सक के परामर्श और निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए . बिना चिकित्सकीय सलाह स्वेच्छा से श्वास कुठार रस का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है . आइये जानते हैं श्वास कुठार रस के नुकसान क्या हैं .
- श्वास कुठार रस में पित्त वृद्धि करने वाले घटक पाये जाते हैं इसलिए पित्त प्रकृति वालों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए ..
- श्वास कुठार रस के सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है इसलिए चिकित्सक द्वारा निर्धारित खुराक और अनुपान के साथ ही सेवन करना चाहिए .
- श्वास कुठार रस में प्रयुक्त घटक द्रव्यों में किसी से एलर्जी होने की स्थिति में श्वास कुठार रस का सेवन नहीं करना चाहिए .
श्वास कुठार रस सेवन विधि
श्वास कुठार रस एक आयुर्वेदिक दवा है इसलिए हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के दिशा निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए . सामान्यतः श्वास कुठार रस सेवन विधि निम्नानुसार है .
मात्रा – 250-500 mg
अनुपान – शहद , अदरक का रस , पानपत्र स्वरस , गुनगुना पानी , वासावलेह , दाडिमावलेह आदि ( रोग एवं चिकित्सक के निर्देशानुसार )
दोस्तों , आज के आर्टिकल में हमने श्वास की प्रमुख आयुर्वेदिक दवा श्वास कुठार रस के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी शेयर की . आशा आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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