जानें चर्म रोगों की खास दवा खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान | 9 Amazing Benefits of Khadirarishta.

हैलो दोस्तों ! आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आयुर्वेद दवाओं की जानकारी की कड़ी में आज हम चर्म रोगों की खास दवा खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा कर रहे हैं .

खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान

खदिरारिष्ट क्या है ?

खदिरारिष्ट एक आयुर्वेद औषधि है जो मुख्य घटक खदिर व अन्य औषधीय द्रव्यों के साथ किण्वन प्रक्रिया द्वारा तैयार की जाती है .खदिरारिष्ट का आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा मुख्यतः रक्त और त्वचा विकारों में उपयोग किया जाता है .

खदिरारिष्ट के घटक

खदिरारिष्ट के निर्माण में निम्नलिखित औषध द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है –

  • खदिर
  • देवदारु
  • दारुहरिद्रा
  • बाकुची
  • हरीतकी
  • विभीतकी
  • आमलकी
  • धातकी पुष्प
  • पिप्पली
  • लवंग
  • कंकोल
  • नागकेसर
  • इलायची
  • तेजपत्र
  • दालचीनी
  • मिश्री
  • शहद
  • पानी

खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान

खदिरारिष्ट का प्रयोग प्राचीन काल से रक्त और त्वक् विकारों में किया जाता रहा है . दाद , खाज , खुजली , फोड़े , फुंसी , कील मुंहासों और अन्य चर्म रोगों में खदिरारिष्ट के सेवन से बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं . आइये जानते हैं हमारे शरीर के लिए खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान क्या हैं .

खदिरारिष्ट सिरप के फायदे

खदिरारिष्ट सिरप के फायदे

कील मुंहासों में खदिरारिष्ट से लाभ

चेहरे पर पिम्पल्स ( कील मुंहासे ) होने पर खदिरारिष्ट 15-20 मिली. दोनों समय भोजन के बाद बराबर पानी मिलाकर सेवन करने से कील मुंहासे नष्ट होते हैं और चेहरे की रंगत लौटती है . ( यह भी पढ़ें – पिम्पल्स को जड़ से खत्म कैसे करें )

सोरायसिस में खदिरारिष्ट से फायदा

सोरायसिस या मंडल कुष्ठ होने पर खदिरारिष्ट एवं अन्य रक्तशोधक औषधियों के नियमित प्रयोग से लाभ मिलता है .

खदिरारिष्ट से फोड़े फुंसी में लाभ

खून की खराबी ( रक्त विकार ) के कारण कुछ लोगों में बार बार फोड़े फुंसी होने की शिकायत रहती है . ऐसी स्थिति में खदिरारिष्ट का सेवन करने बहुत फायदा होता है और फोड़े फुंसी से छुटकारा मिलता है .

दाद – खाज में खदिरारिष्ट के फायदे

दाद , खाज , खुजली होने पर खदिरारिष्ट के उपयोग से लाभ होता है .

खदिरारिष्ट से ग्रंथि ( गाँठ ) में लाभ

शरीर के किसी हिस्से में गाँठ होने पर कांचनार गुग्गुलु एवं खदिरारिष्ट का सेवन करने से गाँठ पिघल जाती है . ( यह भी पढ़ें – कांचनार गुग्गुल के फायदे )

वात रक्त में खदिरारिष्ट लाभप्रद

वात रक्त ( गठिया ) में वात शामक औषधियों के साथ खदिरारिष्ट का सेवन कराने से लाभ प्राप्त होता है . ( यह भी पढ़ें – गठिया को जड़ से खत्म करने के उपाय )

दाग-धब्बों एवं चेहरे की झाइयों में खदिरारिष्ट का प्रयोग

चेहरे पर दाग या झाइयां होने पर खदिरारिष्ट का कुछ दिन नियमित सेवन करने से लाभ होता है .

खदिरारिष्ट से एग्जिमा में फायदा

खदिरारिष्ट के सेवन से एग्जिमा के रोगियों को लाभ होता है और खुजली से राहत मिलती है .

स्किन एलर्जी में खदिरारिष्ट लाभकारी

जिन लोगों को स्किन एलर्जी की समस्या है उन्हें खदिरारिष्ट का उपयोग करने से एलर्जी में फायदा होता है . ( यह भी पढ़ें – एलर्जी को जड़ से खत्म करना )

खदिरारिष्ट के नुकसान

खदिरारिष्ट के नुकसान

सामान्यतः चिकित्सक के दिशा निर्देश में सेवन करने से खदिरारिष्ट के कोई दुष्प्रभाव नहीं मिलते किन्तु कुछ लोगों को इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए . आइये जानते हैं आयुर्वेद औषधि खदिरारिष्ट के नुकसान किन लोगों को हो सकते हैं .

  • गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए .
  • इसमें शर्करा की मौजूदगी के कारण डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर बढ़ सकता है इसलिए मधुमेह रोगियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
  • खदिरारिष्ट में प्रयुक्त घटक द्रव्यों में से किसी द्रव्य से एलर्जी होने की स्थिति में इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
  • एसिडिटी के रोगियों में भी खदिरारिष्ट के सेवन से समस्या बढ़ सकती है .

खदिरारिष्ट को लेने का तरीका ( सेवन विधि )

खदिरारिष्ट का सेवन भोजन के बाद बराबर पानी मिला कर 15-20 मिली . की मात्रा में करना चाहिए . यह वयस्क आदमी की सामान्य खुराक है . रोग और रोगी की अवस्था के अनुसार आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देशानुसार सेवन करना चाहिए .

खदिरारिष्ट के परहेज

खदिरारिष्ट के परहेज

वैसे तो खदिरारिष्ट एक सुरक्षित दवा है किन्तु इसके अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए कुछ सामान्य सावधानियां बरतना अच्छा है . चर्म रोगों की बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा खदिरारिष्ट के परहेज निम्नलिखित हैं .

  • खदिरारिष्ट का सेवन करने के दौरान अधिक चटपटे और मसालेदार भोजन से बचें .
  • खदिरारिष्ट लेने की अवधि में अम्ल पदार्थ ( खटाई ) का सेवन न करें .
  • खदिरारिष्ट की सेवन अवधि में डिब्बा बंद आहार ( फास्ट फ़ूड , जंक फ़ूड ) का इस्तेमाल न करें .
  • खदिरारिष्ट के साथ एल्कोहल का सेवन न करें .
  • अनुशंसित खुराक और चिकित्सक की देख रेख में ही सेवन करें .

दोस्तों , आज हमने त्वचा रोगों की अनुपम आयुर्वेद औषधि खदिरारिष्ट के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी शेयर की . आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .

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