अमृत के सामान गुणों वाली गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान | 13 Amazing Benefits of Giloy ghanvati.

अमृत के समान गुणों वाली दिव्य औषधि अमृता या गिलोय अनेक रोगों के उपचार में उपयोग की जाती है . इसी गिलोय से बनी गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान आज हम आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं .

गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान

गिलोय क्या है ?

गिलोय लता ( बेल ) के रूप में में पायी जाती है . इसके पत्ते हृदयाकार होते हैं . यह वृक्ष आदि का सहारा लेकर चढ़ती है . यह जिस वृक्ष का सहारा लेती है उसके गुण भी इसमें समाहित हो जाते हैं . इसलिए नीम पर चढी गिलोय को श्रेष्ठ माना जाता है . इसके फल छोटे छोटे मटर के आकार के होते हैं और गुच्छों में लगते हैं .

गिलोय के अन्य नाम अमृता . गुडुची , अमृत वल्ली , चक्रांगी आदि हैं . मराठी में इसे गुलबेल , गुजराती में गलो और बंगाली में गुलच कहते हैं . इसका लेटिन नाम Tinospora cordifolia है . इसका स्वाद कड़वा होता है और यह बहु वर्षायु ( बहुत वर्षों तक रहने वाली ) होती है .

गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान

गिलोयअमृत तुल्य गुणकारी एवं रसायन होने के कारण ही अमृता भी कहलाती है . गिलोय का विभिन्न रोगों के उपचार हेतु आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा प्रयोग किया जाता है . आयुर्वेद औषधियों में गिलोय सत्व , अमृता गुग्गुलु . गिलोय घनवटी ( संशमनी वटी ) , कैशोर गुग्गुलु , अमृतारिष्ट , गुडुची रसायन आदि गिलोय के प्रमुख योग हैं . आइये जानते हैं गिलोय से निर्मित गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान क्या हैं .

गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान

गिलोय घनवटी के फायदे

गिलोय घनवटी के फायदे निम्नलिखित रोगों में प्राप्त होते हैं .

ज्वर ( बुखार ) में गिलोय घनवटी से लाभ

विभिन्न प्रकार के ज्वरों में गिलोय घनवटी का सेवन करने से अत्यंत लाभ होता है . गिलोय घनवटी नूतन ज्वर , जीर्ण ज्वर , मलेरिया , डेंगू , टायफायड आदि सभी प्रकारों के ज्वरों में प्रभावी ढंग से कार्य करती है .

डायबिटीज में गिलोय घनवटी से फायदा

डायबिटीज में गिलोय घनवटी से फायदा

डायबिटीज के रोगियों को गिलोय घनवटी का सेवन कराने से ब्लड में शर्करा का स्तर कम होता है तथा संक्रमण से बचाव होता है .

गिलोय से कैंसर के रोगी को लाभ

गेहूं के ज्वारे का रस ( Wheat Grass Juice ) और गिलोय का रस का सेवन कराने से कैंसर के रोगी को लाभ होता है .

गिलोय घनवटी से गठिया में लाभ

गिलोय घनवटी के सेवन से गठिया के रोगी की सूजन और दर्द में फायदा होता है . ( यह भी पढ़ें – गठिया को जड़ से खत्म करने के उपाय )

गिलोय घनवटी का खांसी में प्रयोग

गिलोय घनवटी को पीस कर शहद के साथ चटाने से खांसी में लाभ होता है .

उदर रोगों में गिलोय घनवटी के लाभ

गिलोय का प्रयोग उदर विकारों में भी फायदेमंद होता है . गिलोय के उपयोग से विबंध . आँतों की सूजन और अग्निमांद्य में लाभ होता है .

चर्म रोगों में गिलोय घनवटी के फायदे

गिलोय रक्त शोधक होने से गिलोय घनवटी के प्रयोग से कील मुंहासे , फोड़े फुंसी , चेहरे पर झाइयां आदि में लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – पिम्पल्स को जड़ से खत्म कैसे करें )

मोटापा घटाने में सहायक

गिलोय मोटापा घटाने में सहायक

गिलोय एवं त्रिफला चूर्ण का शहद के साथ प्रयोग करने से मोटापा कम करने में सहायता मिलती है . ( यह भी पढ़ें – त्रिफला चूर्ण के फायदे )

पीलिया में गिलोय घनवटी के फायदे

पीलिया के रोगी को गिलोय घनवटी के सेवन से लाभ होता है .

ल्यूकोरिया में गिलोय का प्रयोग

गिलोय एवं शतावरी का सेवन करने से महिलाओं को श्वेत प्रदर ( ल्यूकोरिया ) में फायदा होता है . ( यह भी पढ़ें – महिलाओं के लिए शतावरी के फायदे )

गिलोय घनवटी इम्युनिटी बढाने में मददगार

गिलोय घनवटी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्युनिटी ) में वृद्धि होती है और संक्रमण का ख़तरा कम होता है .

गिलोय घनवटी से जुकाम में लाभ

गिलोय घनवटी को गुनगुने पानी से अथवा पीस कर शहद के साथ चटाने से जुकाम में लाभ होता है . बार बार जुकाम होने वाले रोगियों को गिलोय के सेवन से राहत मिलती है .

गिलोय घनवटी से मिर्गी में लाभ

पुनर्नवा के क्वाथ के साथ गिलोय घनवटी का सेवन कराने से मिर्गी के रोगी को लाभ होता है .

गिलोय घनवटी के नुकसान

अमृत के समान गुणों वाली गिलोय का अति मात्रा में अथवा बिना चिकित्सक के मार्गदर्शन सेवन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है . इसलिए गिलोय घनवटी के सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें . आइये जानते हैं गिलोय घनवटी के नुकसान क्या और किन लोगों को हो सकते हैं ?

  • गिलोय के अधिक सेवन से वमन ( उल्टी ) की शिकायत हो सकती है .
  • गर्भावस्था में गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए .
  • गंभीर व्याधि से ग्रस्त रोगी जो अन्य दवाएं ले रहे हों उन्हें गिलोय घनवटी के सेवन से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करना चाहिए .
  • जिन लोगों को गिलोय से एलर्जी है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए .

गिलोय घनवटी सेवन विधि

मात्रा – 1-2 टेबलेट गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार भोजन के बाद .

दोस्तों , आज के लेख में हमने गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान से सम्बंधित जानकारी शेयर की . आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ फिर हाजिर होंगे .

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