हैलो दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आयुर्वेदिक दवा झंडू पंचारिष्ट के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी पेश कर रहे हैं . आशा है यह जानकारी आप सब के लिए उपयोगी होगी .
झंडू पंचारिष्ट क्या है ?
झंडू पंचारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेदिक स्टोर पर बोतल में तरल ( Syrup ) रूप में उपलब्ध होती है . झंडू पंचारिष्ट को मुख्यतः पाचन सम्बन्धित समस्याओं के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है . झंडू पंचारिष्ट कई प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के मिश्रण से तैयार की गयी दवा है जो गैस , अपच , कब्ज , अग्निमांद्य आदि उदर विकारों के उपचार में प्रभावी कार्य करती है .
झंडू पंचारिष्ट में हरड़ , बहेड़ा , आंवला , लौंग , शतावरी , मुनक्का , लोध्र , अश्वगंधा , दारुहल्दी जैसी औषधियों का सम्मिश्रण है जो पाचन क्रिया में सुधार तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता एवं बल में वृद्धि का कार्य करती है .
झंडू पंचारिष्ट के फायदे और नुकसान
आयुर्वेदिक औषधि झंडू पंचारिष्ट पाचन सम्बन्धित समस्याओं की उत्तम औषधि है किन्तु बिना आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श इसे लेना नुकसानदायक भी हो सकता है . आइये जानते हैं आयुर्वेदिक दवा झंडू पंचारिष्ट के फायदे और नुकसान क्या क्या हैं .
झंडू पंचारिष्ट के फायदे
गैस , बदहजमी , कब्ज , भूख की कमी , कमजोरी आदि के लिए उपयोग में ली जाने वाली झंडू पंचारिष्ट के फायदे निम्नलिखित हैं .
झंडू पंचारिष्ट से अग्निमांद्य में लाभ
मन्दाग्नि या भूख की कमी होने पर झंडू पंचारिष्ट के सेवन से जठराग्नि प्रदीप्त होती है जिससे अच्छी भूख लगती है . ( यह भी पढ़ें – भूख लगने की सबसे अच्छी दवा )
गैस एवं बदहजमी में झंडू पंचारिष्ट से फायदा
गैस , अपच आदि पाचन सम्बन्धित समस्या होने पर झंडू पंचारिष्ट का सेवन करने से लाभ होता है .
झंडू पंचारिष्ट द्वारा कब्ज से छुटकारा
विबंध ( कब्ज ) होने की स्थिति में झंडू पंचारिष्ट का सेवन करने से आँतों की क्रिया में सुधार होता है और मलावरोध दूर होता है जिससे कब्ज से छुटकारा मिलता है . ( यह भी पढ़ें – कब्ज क्यों होता है )
कमजोरी में झंडू पंचारिष्ट के फायदे
झंडू पंचारिष्ट में अश्वगंधा , शतावरी जैसी शक्तिवर्धक औषधियों की मौजूदगी के कारण इसके सेवन से शारीरिक क्षमता और बल में वृद्धि होती है . ( यह भी पढ़ें – कमजोरी और थकान दूर करने के उपाय )
झंडू पंचारिष्ट वजन बढ़ाने में सहायक
झंडू पंचारिष्ट से भूख में वृद्धि और पाचन में सुधार होता है तथा शक्तिवर्धक औषधियों के सम्मिश्रण के कारण इसके सेवन से दुबले पतले व्यक्ति का वजन बढ़ाने में सहायता मिलती है .
झंडू पंचारिष्ट के नुकसान
झंडू पंचारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे हमेशा आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श और निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए अन्यथा इससे नुकसान की संभावना भी रहती है . आइये जानते हैं झंडू पंचारिष्ट के नुकसान क्या हैं और किन लोगों को झंडू पंचारिष्ट के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए .
- झंडू पंचारिष्ट के अधिक सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है .
- झंडू पंचारिष्ट के अधिक सेवन से पेट में मरोड़ की शिकायत हो सकती है .
- गर्भवती महिलाओं को झंडू पंचारिष्ट के सेवन से बचना चाहिए . ( यह भी पढ़ें – प्रेगनेंसी में क्या नहीं करना चाहिए )
- झंडू पंचारिष्ट में प्रयुक्त घटक द्रव्यों से एलर्जी होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
- झंडू पंचारिष्ट में शर्करा की मौजूदगी के कारण यह डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदेह हो सकती है इसलिए मधुमेह रोगियों को इसके सेवन से बचना चाहिए . ( यह भी पढ़ें – डायबिटीज के लक्षण और उपाय )
झंडू पंचारिष्ट सेवन करने की विधि
झंडू पंचारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जो आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशानुसार ही सेवन करना चाहिए . सामान्यतः झंडू पंचारिष्ट की सेवन विधि निम्नानुसार है .
मात्रा – 15-30 ml ( वयस्क हेतु )
समय – भोजन के बाद
अनुपान – बराबर पानी
FAQ
प्रश्न – झंडू पंचारिष्ट खाली पेट ले सकते हैं क्या ?
उत्तर – झंडू पंचारिष्ट का सेवन हमेशा भोजन के बाद बराबर पानी मिला कर करना चाहिए . आसव और अरिष्ट को खाली पेट लेने की सलाह नहीं दी जाती .
प्रश्न – झंडू पंचारिष्ट कब लेना चाहिए ?
उत्तर – पाचन सम्बन्धित समस्याओं , गैस , बदहजमी , कब्ज , भूख की कमी आदि के उपचार के लिए झंडू पंचारिष्ट को भोजन के बाद बराबर पानी के साथ लेना चाहिए .
दोस्तों , आज के लेख में हमने आयुर्वेदिक दवा झंडू पंचारिष्ट के फायदे और नुकसान से सम्बन्धित जानकारी शेयर की . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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