छोटे गाँवों में मिठाई का विकल्प माने जाने वाला , हर खुशी के मौके पर प्रयोग किया जाने वाला गुड़ औषधीय गुणों से युक्त होता है . इस आर्टिकल में हम इसी गुणकारी गुड़ के फायदे और नुकसान तथा थायराइड में गुड़ खाना चाहिए या नहीं इस बारे में भी चर्चा करेंगे .
गुड़ क्या होता है ?
गुड़ गन्ने के रस से बनाया जाता है . गन्ने के रस को उबाल कर , पका कर ठंडा किया जाता है . इस रस की ठोस या अर्ध ठोस अवस्था को गुड़ कहा जाता है . इस गुड़ को खाया जाता है तथा मिठाई या पकवान बनाने में उपयोग किया जाता है . ग्रामीण इलाकों में मवेशी रखने वाले गाय , भैंस आदि को चारे के साथ गुड़ भी खिलाते हैं .
गुड़ में विटामिन बी 1 , बी 2 , विटामिन ए , विटामिन सी , आयरन , कॉपर , कैरोटीन , निकोटाइनिक एसिड आदि पोषक तत्त्व पाए जाते हैं . आयुर्वेद में गुड़ का औषधीय उपयोग किया जाता रहा है .
गुड़ खाने के फायदे और नुकसान
गुड़ में कई प्रकार के पोषक तत्त्वों की उपलब्धता के कारण इसके विभिन्न औषधीय प्रयोग हैं और यह पाचन तंत्र को सही रखने ,खून की सफाई करने सहित कई तरह से मानव शरीर के लिए स्वास्थ्य वर्धक और उपयोगी होता है . आइये जानते हैं हमारे लिए गुड़ खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं .
गुड़ खाने के फायदे
गुड़ का सेवन करने से हमारे शरीर को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं –
पाचन तंत्र रहता है मजबूत
गुड़ का सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है और उदर विकारों में लाभ होता है .
रक्त शोधन का काम करता है गुड़
गुड़ का सेवन करने से खून साफ़ होता है जिससे त्वचा विकारों में फायदा होता है .
हृदय के लिए लाभप्रद है गुड़
गुड़ का नियमित सेवन करने से हृदय की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है .
रोगों से बचाव में सहायक
गुड़ का नियमित सेवन करने वालों को सामान्य रोगों का ख़तरा कम होता है .
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभकारी
स्तनपान कराने वाली महिलायें यदि दूध के साथ गुड़ और जीरा पाउडर का सेवन करती हैं तो उनके स्तनों में दूध की वृद्धि होती है .
शारीरिक विकास में सहायक
गुड़ में जिंक , आयरन , कैल्शियम आदि पोषक तत्त्वों की मौजूदगी के कारण इसका प्रयोग करने से शारीरिक विकास में सहायता मिलती है .
सर्दी -जुकाम से बचाता है गुड़
सर्दी जुकाम से बचाव के लिए गुड़ और जीरा पाउडर को गुनगुने पानी से सेवन करें . इस प्रयोग से सर्दी जुकाम का जल्दी असर नहीं होता .
गुड़ से मिलती है शक्ति और ऊर्जा
गुड़ खाने से शरीर को ऊर्जा और ताकत प्रदान होती है .
एनीमिया में गुड़ का उपयोग
खून की कमी ( एनीमिया ) से पीड़ित को गुड़ का सेवन करने से गुड़ में मौजूद आयरन के कारण लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – महिलाओं में खून की कमी का इलाज )
गुड़ खाने के नुकसान
वैसे तो गुड़ पोषक तत्त्व एवं औषधीय गुणों से भरपूर होता है किन्तु इसका अधिक सेवन करने कुछ नुकसान भी हो सकते हैं . कुछ लोगों के लिए गुड़ खाने के नुकसान भी हो सकते हैं .
- मधुमेह ( डायबिटीज ) से पीड़ित व्यक्तियों के स्वास्थ्य के लिए गुड़ का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है . यह सही है की चीनी की अपेक्षा गुड़ का सेवन हमेशा अधिक स्वास्थ्यप्रद होता है किन्तु डायबिटीज के रोगियों में गुड़ खाने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ सकता है .
- जिन लोगों को गुड़ से एलर्जी है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
- गुड़ का अधिक सेवन करने से दांतों की समस्या बढ़ सकती है . अक्सर मीठा अधिक खाने वालों के दांतों में कीड़ा लगने की संभावना होती है .
- गुड़ में कैलोरी अधिक होने के कारण मोटे लोगों को इसके अधिक सेवन की सलाह नहीं दी जा सकती .
थायराइड में गुड़ खाना चाहिए या नहीं ?
हाइपर थायराइड के रोगियों को गुड़ या अन्य मधुर पदार्थ जो अधिक कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट से युक्त हों खाने की सलाह नहीं दी जाती . हाइपर थायराइड में हार्मोन्स अधिक उत्पन्न होते हैं और ऊर्जा का स्तर भी बढ़ जाता है . ऐसी स्थिति में उच्च कैलोरी वाला गुड़ खाने से समस्या में इजाफा हो सकता है इसलिए हाइपर थायराइड के रोगियों को गुड़ का सेवन अत्यल्प मात्रा में अथवा नहीं करना चाहिए . ( यह भी पढ़ें – स्वस्थ जीवन के लिए आहार की उपयोगिता )
गुड़ या गुड़ से बनी वस्तुओं के उपभोग से शुगर का स्तर बढ़ सकता है जो हाइपर थायराइड के रोगियों की समस्या को और बढ़ा सकता है . इसलिए ऐसे मरीजों को गुड़ , चीनी से बने खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए तथा अपनी डाईट में प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार को शामिल करना चाहिए . ( यह भी पढ़ें – थायराइड में कांचनार गुग्गुलु के फायदे )
दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस लेख में हमने गुड़ खाने के फायदे और नुकसान तथा थायराइड में गुड़ खाना चाहिए या नहीं के सम्बन्ध में जानकारी शेयर की . आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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