पेट में कीड़े होना एक गंभीर समस्या ( विशेषतः बच्चों में ) है . इस आर्टिकल में हम आपको पेट के कीड़ों की आयुर्वेदिक दवा और कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जो आपके लिए अवश्य उपयोगी होंगे .
पेट में कीड़े होने के लक्षण और उपाय
पेट के कीड़े के लक्षण
पेट में कीड़े होने पर सामान्यतः निम्नलिखित लक्षण पाये जाते हैं .
- पेट में दर्द ( यह भी पढ़ें – पेट दर्द का घरेलू इलाज )
- अतिसार ( दस्त )
- वमन ( उल्टी )
- ज्वर
- विवर्णता ( आँखें लाल होना , त्वचा का रंग फीका पड़ना )
- मुंह में बदबू
- सोते समय दांत किटकिटाना
पेट के कीड़े की घरेलू दवा
पेट के कीड़ों की समस्या होने पर घरेलू जड़ी बूटियों से उपचार किया जा सकता है . आइये जानते हैं पेट के कीड़े की घरेलू दवा क्या क्या हैं और कैसे उनका उपयोग किया जाना चाहिए .
नीम से पेट के कीड़ों का इलाज
नीम के पत्तों का रस में हींग मिला कर सुबह और रात में सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं . ( यह भी पढ़ें – सुबह खाली पेट नीम की पत्ती खाने के फायदे )
पेट के कीड़ों में लहसुन का उपयोग
लहसुन की कलियों को छील कर छोटे छोटे टुकड़े कर शहद या मुनक्का के साथ दिन में 2-3 बार तीन -चार दिन लगातार सेवन करने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं . ( यह भी पढ़ें – सोते समय लहसुन खाने के फायदे )
पेट के कीड़ों में अजवाइन का प्रयोग
पेट में कीड़े होने पर दिन में गुड़ और रात में अजवाइन का सेवन करने से कीड़े नष्ट होते हैं . ( यह भी पढ़ें – अजवाइन का पानी पीने के फायदे और नुकसान )
पेट के कीड़ों में हल्दी उपयोगी
पेट में कीड़े होने पर हल्दी का चूर्ण सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं . ( यह भी पढ़ें – पुरुषों के लिए हल्दी के फायदे )
पेट के कीड़ों में कपूर का प्रयोग
कपूर और पिपरमेंट 6-6 ग्राम तथा अजवाइन सत्व 3 ग्राम ले कर एक शीशी में रख लें . जब इनका अर्क बन जाए तो बच्चों को एक बूँद बताशे में डाल कर पिलाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं .
पेट के कीड़ों में नमक और छाछ लाभदायक
छाछ में नमक डाल कुछ दिन लगातार पीने से पेट के कीड़ों की समस्या में लाभ होता है .
पेट के कीड़ों में गाजर का उपयोग
पेट में कीड़े होने पर गाजर का जूस नियमित सेवन करने से लाभ होता है . ( यह भी पढ़ें – पुरुषों के लिए गाजर लाभ )
नारियल का उपयोग पेट के कीड़ों में
कच्चे नारियल की गिरी अरंडी के तेल के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े मरते हैं . ( यह भी पढ़ें – सुबह खाली पेट नारियल पानी पीने के फायदे )
पेट के कीड़ों में गिलोय का प्रयोग
गिलोय के पत्तों का रस पीने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं .
पेट के कीड़ों में कलौंजी से लाभ
कलौंजी को सिरके में भिगो कर , सुखा कर चूर्ण बना कर इस चूर्ण को नियमित दो बार सेवन करने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं .
पेट के कीड़े कितने प्रकार के होते हैं ?
आयुर्वेद में आन्तरिक कृमियों के 18 प्रकार बताये गये हैं . मेडिकल साइंस के अनुसार पेट के कीड़े मुख्यतः 5 प्रकार के होते हैं .
- एस्केरिस ( राउंड वर्म )
- पिन वर्म
- हुक वर्म
- फ्लेट वर्म
- अमीबा
पेट के कीड़ों की आयुर्वेदिक दवा
कृमि रोग ( पेट के कीड़ों ) के उपचार हेतु आयुर्वेद में कई औषधियों का वर्णन किया गया है . कृमि रोग की चिकित्सा के लिए मुख्यतः निम्नलिखित आयुर्वेद औषधियों का उपयोग आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा किया जाता है .
- कृमि मुद्गर रस
- कृमि कुठार रस
- पलाश घन वटी
- चिंचा भल्लातक वटी
- संजीवनी वटी
- विडंग चूर्ण
- कम्पिल्लक चूर्ण
- पञ्च सकार चूर्ण
- विडंगारिष्ट
- विडंगावलेह
FAQ
प्रश्न – पेट के कीड़े के लिए कौनसी दवा सबसे अच्छी है ?
उत्तर – आयुर्वेद में पेट के कीड़ों के लिए कृमि मुद्गर रस , विडंगारिष्ट आदि औषधियां मिलती हैं जिनका चिकित्सक की देख रेख में प्रयोग करना चाहिए .
प्रश्न – अजवाइन से पेट के कीड़े को कैसे मारें ?
उत्तर – दिन में गुड़ और रात में अजवाइन चूर्ण लेने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं .
प्रश्न – नीम के पत्ते खाने से क्या पेट के कीड़े मर जाते हैं ?
उत्तर – नीम के पत्तों के रस से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं . बेहतर परिणाम के लिए नीम के पत्तों के रस में हींग मिलाना चाहिए .
दोस्तों , आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग के इस लेख में हमने पेट के कीड़ों की आयुर्वेदिक दवा और घरेलू उपाय की जानकारी शेयर की . आशा है आपको जानकारी पसंद आयी होगी . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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