मानव मस्तिष्क के लिए सबसे अधिक गुणकारी औषधि ब्राह्मी का आयुर्वेद में प्राचीन काल से उपयोग किया जाता रहा है . ब्राह्मी का मस्तिष्क रोगों में सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है किन्तु इसके अलावा अन्य विभिन्न रोगों में भी ब्राह्मी बहुत प्रभावी औषधि का कार्य करती है . इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि ब्राह्मी के फायदे और नुकसान क्या हैं ?
ब्राह्मी का परिचय
ब्राह्मी का छोटा पौधा होता है जो जमीन पर फैलता है . इसकी पत्तियाँ गोल तथा पुष्प छोटे लालिमा लिए हुए होते हैं . ब्राह्मी के अन्य नाम सरस्वती , मंडूक पर्णी आदि होते हैं . इसे सफ़ेद चमेली भी कहते हैं . अंग्रेजी में यह बकोपा कहलाती है . औषधि के लिए ब्राह्मी के पंचांग जड़ , पत्तियाँ , छाल , फल , बीज सभी प्रयोग में लिए जाते हैं .
ब्राह्मी के फायदे और नुकसान
ब्राह्मी तिक्त रस वाली , गुण में लघु . मधुर विपाक और शीत वीर्य होती है . इसका प्रभाव मेध्य ( बुद्धि को बढाने वाला ) है .ब्राह्मी के विभिन्न रोगों में औषधीय प्रयोगों का वर्णन आयुर्वेद ग्रंथों में मिलता है . अत्यंत गुणकारी औषधि ब्राह्मी के स्वास्थ्य लाभ होने के साथ मात्रा का ज्ञान न होने के कारण एवं अनुचित प्रयोग से नुकसान भी हो सकते हैं . आइये जानते हैं ब्राह्मी के फायदे और नुकसान क्या हैं ?
ब्राह्मी के फायदे
मानव शरीर के लिए ब्राह्मी के फायदे निम्नलिखित हैं –
बुद्धि को बढाने वाली
ब्राह्मी एक ब्रेन टॉनिक है जो बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढाने का कार्य करती है . ( यह भी पढ़ें – अश्वगंधा के फायदे )
घाव को भरने ( व्रण रोपण ) वाली
फोड़े , फुंसी और त्वचा के घाव में ब्राह्मी का लेप करने से लाभ होता है .
हृदय के लिए लाभकारी
ब्राह्मी का सेवन हृदय को बल प्रदान करता है और हृदय के अन्य विकारों को ठीक करने वाला होता है .
रक्तपित्त में फायदेमंद
ब्राह्मी रक्तपित्त ( नाक , कान ,मुंह आदि से खून निकलना ) में प्रभावी औषधि का कार्य करती है .
भूख बढाने वाली
अपने दीपन गुण के कारण ब्राह्मी जठराग्नि को बढ़ा कर भूख न लगने की समस्या में एवं ग्रहणी रोग में लाभप्रद है . ( पढ़ें – भूख लगने की सबसे अच्छी दवा )
प्रमेह में उपयोगी
बार बार मूत्र त्याग एवं डायबिटीज में ब्राह्मी लाभकारी औषधि है .
त्वचा रोगों में फायदेमंद
ब्राह्मी का लेप चर्म रोगों में अति लाभकारी है .
दूध बढ़ाने वाली
प्रसव के बाद माता के स्तनों में दूध बढाने के लिए ब्राह्मी का सेवन लाभदायक है .
बुखार को मिटाने वाली
ब्राह्मी के सेवन से ज्वर ( बुखार ) में फायदा होता है .
मानसिक तनाव को मिटाने वाली
मस्तिष्क पर ब्राह्मी विशेष प्रभावी होती है . ब्राह्मी के सेवन से दिमाग को आराम मिलता है और तनाव कम होता है .
ब्राह्मी के फायदे बालों के लिए
ब्राह्मी के सेवन से बालों का झड़ना कम होता है एवं बाल स्वस्थ और काले होते हैं .
नींद के लिए फायदेमंद
ब्राह्मी के सेवन से मस्तिष्क को आराम मिलता है तथा अच्छी नींद आती है . ( यह भी पढ़ें – खजूर खाने के फायदे )
हिस्टीरिया में लाभदायक
ब्राह्मी मस्तिष्क रोगों हिस्टीरिया आदि में अत्यंत लाभदायक होती है .
श्वास एवं खांसी में उपयोगी
ब्राह्मी का रस खांसी और दमा के रोगियों के लिए लाभदायक होता है . ( यह भी पढ़ें – दमा की आयुर्वेदिक दवा )
आवाज को अच्छी करने में प्रयोग
स्वरभंग ( आवाज में खराबी ) होने पर ब्राह्मी का सेवन करने से स्वर की कर्कशता समाप्त होकर आवाज अच्छी होती है .
सिर दर्द में लाभकारी
ब्राह्मी के सेवन से सिर दर्द में फायदा होता है . ( यह भी पढ़ें – याददाश्त बढाने की आयुर्वेदिक दवा )
ब्राह्मी के नुकसान
वैसे तो ब्राह्मी अत्यंत लाभदायक औषधि है किन्तु अतिमात्रा में सेवन करने से , एलर्जी होने आदि कारणों से नुकसान दायक भी हो सकती है . ब्राह्मी के सेवन के दुष्प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं –
- उल्टी
- जी मिचलाना
- घबराहट
ब्राह्मी का सेवन कैसे करें ?
ब्राह्मी रस , चूर्ण , टेबलेट , अवलेह आदि रूप में प्रयोग की जाती है . ब्राह्मी की सेवन विधि निम्नानुसार है –
- ब्राह्मी स्वरस – 10-20 मिली
- ब्राह्मी चूर्ण – 1-2 ग्राम
- ब्राह्मी वटी – 1-2 गोली
- ब्राह्मी कैप्सूल – 1-2 कैप्सूल
- ब्राह्मी रसायन – 1/2 से 1 चम्मच
FAQ
प्रश्न – क्या ब्राह्मी से बुद्धि बढती है ?
उत्तर – ब्राह्मी प्रभाव में मेध्य होती है अर्थात् आयुर्वेद के अनुसार मेधा ( बुद्धि ) को बढाने वाली होती है .
प्रश्न – ब्राह्मी गर्म है या ठंडी ?
उत्तर – ब्राह्मी शीत वीर्य अर्थात् तासीर में ठंडी होती है .
प्रश्न – क्या ब्राह्मी सोने में मदद करती है ?
उत्तर – ब्राह्मी में मस्तिष्क को आराम देने का गुण होता है . ब्राह्मी के सेवन से तनाव कम होता है और अच्छी नींद आती है . ब्राह्मी से बनी आयुर्वेदिक औषधि सारस्वतारिष्ट अनिद्रा के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होती है .
दोस्तों , इस आर्टिकल में ब्राह्मी के फायदे और नुकसान की चर्चा की गयी . अगले लेख में अन्य उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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