जानिये भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज कैसे करें ? | Best Treatment for Fistula

भगंदर गुदा का एक अत्यंत जटिल और कष्टकारी रोग है . औषधियों से भगंदर के रोगी को कुछ समय के लिए राहत तो मिल जाती है किन्तु स्थायी समाधान नहीं हो पाता . प्रश्न यह है कि क्या भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज संभव है ? इस आर्टिकल में भगंदर से सम्बंधित भगंदर क्यों होता है , भगंदर के क्या परहेज हैं आदि सवालों का जवाब आपको मिल सकेगा .

भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज
भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज

भगंदर क्यों होता है ?

गुदा के आस पास दो अंगुल के क्षेत्र में दर्द के साथ सूजन या पिडिका बन जाती है जिससे मवाद या खून निकलता है . इसका दूसरा छोर गुदा के अन्दर खुलता है और यह नाली या सुरंग के समान घाव होता है . यह समय पर चिकित्सा न होने पर उग्र रूप धारण कर लेता है और नासूर की शक्ल ले लेता है . इसे फिस्टुला भी कहा जाता है . आइये जानते हैं भगंदर क्यों होता है ?

भगंदर क्यों होता है
भगंदर क्यों होता है ?

भगंदर होने के कारण

भगंदर होने के मुख्यतः निम्नलिखित कारण हैं –

  • स्वच्छता का अभाव
  • गुदा को पत्थर या किसी नुकीली चीज से साफ़ करना
  • लगातार कब्ज रहना
  • गरिष्ठ भोजन अधिक करना
  • मोटर साइकिल आदि की अधिक सवारी करना
  • शौच के समय अधिक जोर लगाना
  • भोजन में अधिक मिर्च मसालों का उपयोग

भगंदर को जड़ से खत्म करने की दवा ( उपाय )

भगंदर एक कष्टसाध्य व्याधि है और इसका उपचार सरलता से नहीं होता . आयुर्वेद में भगंदर के लिए विभिन्न प्रकार की औषधियों का वर्णन किया गया है जिनके सेवन से इस कष्टकारी रोग से राहत मिलती है . आयुर्वेद शल्य चिकित्सकों द्वारा भगंदर के उपचार हेतु क्षार सूत्र चिकित्सा पद्धति का प्रयोग किया जाता है जिसके बेहतरीन परिणाम मिलते हैं .

क्षार सूत्र चिकित्सा में एक औषध सिद्ध धागे का प्रयोग किया जाता है . इस धागे को गुदा और भगंदर में प्रवेश करा कर धागों के सिरों को कस कर बाँध दिया जाता है . हर सप्ताह इस धागे को बदल दिया जाता है . यह धागा धीरे धीरे भगंदर को काट देता है . भगंदर की चिकित्सा में यह पद्धति सबसे सफल मानी जाती है .

अर्श और भगंदर जीवन शैली से होने वाले रोग हैं . स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर एवं खान पान का ध्यान रख कर इन रोगों इ बचाव संभव है . भगंदर हो जाने पर चिकत्सक के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए निम्नलिखित आयुर्वेद औषधियों का सेवन करने से इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है . ( यह भी पढ़ें – गठिया का आयुर्वेदिक इलाज )

  • सप्तविंशति गुग्गुलु
  • त्रिफला गुग्गुलु
  • आरोग्यवर्धिनी वटी
  • गंधक रसायन
  • अभयारिष्ट
  • पंचसकार चूर्ण
  • तरुणी कुसुमाकर चूर्ण
  • जात्यादि तेल
  • कासीसादि तेल

भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज

भगंदर एक कठिनता से ठीक होने वाली बीमारी है . औषधियों के सेवन से इसमें काफी हद तक आराम मिल जाता है किन्तु पूर्ण रोगोपचार नहीं हो पाता . आधुनिक चिकित्सा पद्धति में इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक , पेन किलर और सूजन कम करने वाली दवाएं दी जाती हैं जिनसे तात्कालिक लाभ तो मिल जाता है किन्तु कुछ दिनों बाद रोग का असर फिर से दिखाई देने लगता है और रोगी परेशान हो जाता है . परेशान रोगी सर्जरी का सहारा लेता है जिसमें दो – तीन महीनों का समय लग जाता है और रोगी काफी व्यथित हो जाता है .

आयुर्वेद में भगंदर के उपचार के लिए औषधियों का एवं क्षार सूत्र का प्रयोग किया जाता है . क्षार सूत्र पद्धति यूँ तो ऑपरेशन ही कहलाता है किन्तु इसमें अन्य सर्जरी की तरह चीर फाड़ नहीं होती तथा रोगी को अधिक कष्ट का सामना नहीं करना पड़ता . भगंदर के लिए यह सर्वाधिक सफल चिकित्सा पद्धति मानी जाती है . ( यह भी पढ़ें – सफ़ेद दाग की आयुर्वेदिक दवा )

भगंदर के लिए घरेलू उपचार

  • फाइबर युक्त भोजन करें . फल और सलाद का अधिक प्रयोग करें .
  • पानी एवं अन्य तरल पदार्थ छाछ , फलों का रस आदि का अधिक सेवन करें .
  • एक स्थान पर अधिक देर तक न बैठें .
  • गुनगुने पानी के टब में टंकण भस्म डाल कर बैठें .
  • सौंठ , मुलैठी , गिलोय व बरगद के पत्तों को बराबर मात्रा में लेकर पीस कर थोड़ा गर्म कर भगंदर की फुंसियों पर लेप करें .
  • नीम की छाल और तिल को पानी में पीस कर लेप करें .
  • त्रिफला गुग्गुलु की दो दो गोलियां गर्म पानी से लें .
  • सप्तविंशति गुग्गुलु की दो दो गोलियां सुबह शाम लें .

FAQ

प्रश्न – भगंदर का सबसे अच्छा इलाज क्या है ?

उत्तर – क्षार सूत्र चिकित्सा पद्धति भगंदर के इलाज के लिए बेहतर विकल्प है जिसे किसी योग्य आयुर्वेद शल्य चिकित्सक द्वारा करवाना चाहिए .

प्रश्न – भगंदर में कौन सा फल खाना चाहिए ?

उत्तर – भगंदर के रोगियों को रेशेदार भोजन का अधिक सेवन करना चाहिए . पपीता , ककड़ी , खीरा , लौकी ,तुरई , टिंडा , परवल , आंवला , कद्दू , अमरुद आदि का सेवन करना चाहिए .

प्रश्न – भगंदर में क्या परहेज करना चाहिए ?

उत्तर – मैदा , अधिक मिर्च मसालेदार भोजन , फास्ट फ़ूड , मोटर साइकिल की अधिक सवारी , एक स्थान पर अधिक देर तक बैठना इन सब से बचना चाहिए .

दोस्तों , इस आर्टिकल में बताया गया कि क्या भगंदर का बिना ऑपरेशन इलाज संभव है ? भगंदर क्यों होता है ? भगंदर की आयुर्वेदिक दवा क्या है ? अगले लेख में आपके लिए अन्य कोई उपयोगी जानकारी लेकर हाजिर होंगे .

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