जब किसी व्यक्ति की धमनियों में प्रवाहित रक्त का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है तो उसे उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर तथा रक्त का दबाव सामान्य से कम हो जाता है तो उसे निम्न रक्तचाप या लो ब्लड प्रेशर कहा जाता है . आम तौर पर हाई ब्लड प्रेशर को लोग गंभीरता से लेते हैं किन्तु लो ब्लड प्रेशर के मामलों में लापरवाही बरतते हैं किन्तु लो ब्लड प्रेशर की अनदेखी करने पर यह भी जानलेवा हो सकता है . इस आर्टिकल में हम लो ब्लड प्रेशर का आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपाय बता रहे हैं जो पाठकों के लिए उपयोगी होंगे .
लो ब्लड प्रेशर के लक्षण
शरीर की धमनियों में रक्त का दबाव कम होने की विकृति को निम्न रक्तचाप या लो ब्लड प्रेशर कहते हैं . लो ब्लड प्रेशर होने पर रोगी में सामान्यतः निम्नलिखित लक्षण प्रकट होते हैं .
- कमजोरी महसूस होना
- आँखों के सामने अँधेरा छाना
- चक्कर आना
- सीढियां चढ़ने में कठिनाई महसूस करना
- सिर दर्द होना
- सूनापन होना
- हाथ पैर ठण्डे होना
- भोजन की इच्छा नहीं होना
- कभी कभी उल्टी भी हो जाना
- अधिक बी पी लो हो जाने पर बेहोश हो जाना
- शारीरिक श्रम करने पर सांस फूलना
लो ब्लड प्रेशर में क्या खाना चाहिए ?
लो ब्लड प्रेशर के रोगी को पौष्टिक खाद्य पदार्थ , फल , सब्जी और फलों के रस का अधिक सेवन करना चाहिए . लो ब्लड प्रेशर के रोगी के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ लाभप्रद होते हैं .
- गाजर
- पालक
- टमाटर
- चुकंदर
- अनार
- संतरा
- अंगूर
- नींबू
- मूली
- कीवी
- सेव
- केला
- आंवला
- खजूर
- काजू
- पिस्ता
- छुहारा
- छाछ
- अंकुरित अनाज व दालें
लो ब्लड प्रेशर का आयुर्वेदिक उपचार
लो ब्लड प्रेशर का सम्बन्ध शारीरिक कमजोरी से होता है . खून की कमी और कमजोरी लो ब्लड प्रेशर के मुख्य कारण होते हैं . नीचे लो ब्लड प्रेशर का आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपाय बताये जा रहे हैं .
लो ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय
- लो ब्लड प्रेशर होने पर रोगी को ORS का घोल पिलायें .
- कॉफ़ी पिलाना भी लो बी पी के रोगी के लिए अच्छा रहता है और तात्कालिक राहत दिलाता है .
- अदरक को बारीक काट कर नमक मिला कर सेवन करना लो बी पी में अच्छा रहता है .
- गाजर , मूली . खीरा , प्याज , टमाटर आदि का सलाद नींबू और नमक के साथ लेना लाभप्रद है .
- अनार , अंगूर , संतरा आदि का जूस लेना लाभप्रद है .
- लहसुन की कलियाँ पीस कर नमक मिला कर सेवन करना लाभदायक है .
- मूली के रस में नमक मिला कर सेवन करने से लाभ होता है .
- छाछ में नमक मिला कर सेवन करने से लाभ होता है .
- आंवले का रस शहद मिला कर लेने से लाभ होता है .
- छुहारे दूध में उबाल कर लेना अच्छा रहता है .
- नींबू की शिकंजी नमक मिला कर सेवन करना लाभप्रद होता है .
- तुलसी की ताजा पत्तियों को शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता है .
लो ब्लड प्रेशर के लिए आयुर्वेदिक दवा
किसी योग्य आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देश में निम्नलिखित आयुर्वेदिक दवाइयां सेवन करने से लो ब्लड प्रेशर के रोगी को लाभ होता है .
- मकरध्वज रस
- अग्नितुण्डी वटी
- लौह भस्म
- अभ्रक भस्म ( यह भी पढ़ें – अभ्रक भस्म के फायदे )
- स्वर्ण भस्म
- अश्वगंधा चूर्ण ( यह भी पढ़ें – अश्वगंधा चूर्ण के फायदे )
- च्यवनप्राश अवलेह ( यह भी पढ़ें – च्यवनप्राश कब खाना चाहिए )
उपर्युक्त आयुर्वेद औषधियाँ आयुर्वेदिक डॉक्टर के परामर्श और निर्देशानुसार सेवन करना लो ब्लड प्रेशर के रोगी के लिए लाभप्रद होता है . ध्यान रहें इन दवाइयों का प्रयोग स्वेच्छा से न करें किसी आयुर्वेद चिकित्सक के दिशा निर्देशानुसार ही करें .
लो ब्लड प्रेशर के लिए योग
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा लो ब्लड प्रेशर ( निम्न रक्तचाप ) की विकृति का निवारण किया जा सकता है . किसी योग प्रशिक्षक के निर्देशन में निम्नलिखित योग – आसन करने से निम्न रक्तचाप के रोगी को लाभ होता है .
- वज्रासन
- हलासन
- पद्मासन
- सिद्धासन
- मकरासन
- शलभासन
- पश्चिमोत्तानासन
- नाडी शोधन प्राणायाम
- कपालभाति प्राणायाम
- भस्त्रिका प्राणायाम
दोस्तों . आयुर्वेद और साहित्य ब्लॉग में आज के लेख में हमने हमने लो ब्लड प्रेशर का आयुर्वेदिक उपचार और घरेलू उपाय से सम्बन्धित जानकारी शेयर की . अगले लेख में अन्य किसी उपयोगी और रोचक जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
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