हैलो दोस्तों ! वर्तमान जीवन शैली में हमारे देश में डायबिटीज बहुत तेजी से फ़ैल रहा है और हमारा आज का विषय है “ डायबिटीज के लक्षण और उपाय “. मन में यह सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज के घरेलू उपाय अपनाकर इस रोग से राहत पायी जा सकती है ? आज के लेख में हम उन प्राकृतिक उपायों का जिक्र करेंगे जिन्हें अपनाकर ब्लड शुगर को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है .
डायबिटीज क्यों होता है ?
वसायुक्त और मधुर पदार्थों का अधिक सेवन करने से , शारीरिक श्रम न करने और अत्यधिक आराम करने से मधुमेह या डायबिटीज रोग होता है . आयुर्वेद में बताये गये बीस प्रकार के प्रमेह रोगों में एक मधुमेह रोग है . पैन्क्रियाज की विकृति से डायबिटीज रोग होता है . जब अग्न्याशय [ पैन्क्रियाज ] से अग्न्याशय रस [ इन्सुलिन ] की उत्पत्ति कम होती है तो शरीर में शुगर का परिवर्तन नहीं हो पाता और शुगर मूत्र द्वारा शरीर से बाहर निकलती है अथवा ब्लड में मिलकर डायबिटीज रोग को जन्म देती है .
आयुर्वेद के अनुसार जो व्यक्ति शारीरिक श्रम नहीं करता , दिन में सोता है , अधिक वसायुक्त और मधुर खाद्य पदार्थों काअधिक सेवन करता है वह मोटा और मधुमेह रोगी हो जाता है . इसके अलावा मधुमेह का एक कारण आनुवंशिक भी है , यदि माता पिता या उनके परिवार में किसी को यह रोग रहा हो तो भी इस रोग के होने की संभावना बढ़ जाती है .
आधुनिक परिवेश में देखा जाये तो अस्वस्थ जीवन शैली , अनुचित खान पान , अति व्यस्तता और मानसिक तनाव को डायबिटीज के कारण माना जा सकता है .
डायबिटीज के लक्षण और उपाय
डायबिटीज या मधुमेह रोग होने पर व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण प्रकट होते हैं –
- बार बार पेशाब आना .
- थकान होना .
- वजन कम या ज्यादा होना .
- इम्युनिटी पावर कम हो जाने के कारण बार बार बीमार होना .
- मुंह सूखना .
- पैरों में सनसनाहट या झनझनाहट होना .
- अधिक भूख लगना .
- अधिक प्यास लगना .
डायबिटीज के घरेलू उपाय
डायबिटीज का मुख्य कारण अनुचित खान पान और अस्वस्थ जीवन शैली होने के कारण आहार पर नियंत्रण और स्वस्थ जीवन शैली को अपना कर इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है . भोजन में कुछ चीजों का परहेज कर, कुछ को अपनाकर तथा नियमित योग या व्यायाम कर मधुमेह को नियंत्रित करना संभव है . नीचे डायबिटीज के घरेलू उपाय बताये जा रहे हैं जो कि पाठकों के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकती है –
डायबिटीज में मेथी का प्रयोग
ब्लड शुगर कम करने के लिए मेथी एक अनुपम औषधि है . मेथी लगभग सभी घरों में सहज रूप से पायी जाने वाली औषधि है . यदि 10 – 15 ग्राम मेथी दानों को रात में मिटटी या कांच के बर्तन में भिगोकर रखें और सुबह उठकर उस मेथी को चबा कर उसके पानी को नियमित पियें तो ब्लड शुगर कम होता है .
डायबिटीज में करेले का प्रयोग
डायबिटीज कंटोल करने में करेला भी बहुत उपयोगी है . यदि नियमित सुबह सुबह ताजा करेले का जूस पिया जाये तो ब्लड शुगर नहीं बढ़ता .
डायबिटीज में जामुन का प्रयोग
जामुन का सेवन भी ब्लड शुगर बढ़ने से रोकता है . जामुन के फलों को काला नमक लगा कर सेवन करने से , जामुन की गुठली का चूर्ण बना कर लेने से तथा करेला व जामुन का रस पीने से भी खून में शुगर की कमी होती है .
डायबिटीज में दालचीनी का प्रयोग
दालचीनी पाउडर कोलेस्ट्रोल कम करता है और ब्लड में शुगर की मात्रा घटाता है . दालचीनी का चूर्ण लगभग 1 ग्राम लें या चाय की तरह उबालकर पियें .
डायबिटीज में अंजीर के पत्तों का प्रयोग
अंजीर के पत्तों को पानी में उबाल कर , छान कर , ठंडा कर पीने से डायबिटीज में लाभ होता है .
डायबिटीज में आम के पत्तों का प्रयोग
आम के ताजा पत्तों को रात में उबाल कर रख लें और सुबह छान कर पीने से डायबिटीज के रोगियों को लाभ मिलता है .
डायबिटीज में गिलोय का प्रयोग
डायबिटीज में गिलोय का सेवन भी फायदेमंद होता है . यदि गिलोय नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई हो तो अधिक लाभ होता है .
डायबिटीज में लहसुन का प्रयोग
प्रतिदिन 2- 3 कलियाँ लहसुन की खाने से भी डायबिटीज के रोगियों विशेषकर जिन्हें मूत्र में शुगर आ रही हो उन्हें लाभ होता है .
डायबिटीज के लिए योग
डायबिटीज का मुख्य कारण अस्वस्थ जीवन शैली होने के कारण योग और व्यायाम इसे कंट्रोल करने में काफी हद तक सहायक होते हैं . सूर्य नमस्कार , हलासन , सर्वांगासन , मंडूकासन , सेतु बंधासन , पवन मुक्तासन , पश्चिमोत्तानासन आदि आसन डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायता करते हैं .
डायबिटीज में क्या खाना चाहिए ?
डायबिटीज के मुख्य कारणों में पहला कारण अनुचित खान पान है इसलिए भोजन पर नियंत्रण कर और स्वास्थ्यकर आहार का सेवन कर इस रोग को कंट्रोल किया जा सकता है . अहम् सवाल यह है कि डायबिटीज में क्या खाना चाहिए ?
डायबिटीज के रोगियों को जौ , चने के आटे से बनी रोटी खानी चाहिए , गेहूं का प्रयोग कम करना चाहिए . भोजन से पहले हरा सलाद खाना चाहिए . परवल , करेला , लौकी , तोरई , सहिजन की सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए . सब्जियों में लहसुन , अदरक , हल्दी , धनिया का प्रयोग करना चाहिए . मूली , गाजर , टमाटर , खीरा , ककड़ी आदि का सलाद बनाकर सेवन करना चाहिए .
डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए
डायबिटीज होने पर खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जिनसे रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ सकती है . डायबिटीज के रोगियों को विशेष रूप से चीनी , गुड , चावल , गेहूं , आलू , मैदा से बने खाद्य पदार्थ , घी , आम , कोल्ड ड्रिंक , शराब आदि से बचना चाहिए .
डायबिटीज में सावधानियां
डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए भोजन आदि में संयम की विशेष आवश्यकता है . चिकित्सक की सलाह के बिना स्वयं कोई उपचार करने की कोशिश न करें . अपने पैरों के तलवों , आँखों और ब्लड प्रेशर का ध्यान रखें . समय समय पर अपनी जांच करवाते रहना चाहिए . डायबिटीज रोग को हलके में न लें , लापरवाही बिल्कुल न बरतें और चिकित्सक के निर्देशों की पालना करें .
दोस्तों , आज के लेख में डायबिटीज के घरेलू उपाय की जानकारी दी गयी , अगले लेख में अन्य कोई उपयोगी जानकारी के साथ हाजिर होंगे .
अन्य पढ़ें –
6 thoughts on “डायबिटीज के लक्षण और उपाय | Natural Ways To Control Sugar. 2023”